Social Sciences, asked by ishwargoupale9131, 5 months ago

'नाव प्रतियोगिता' किस त्योहार से संबंधित है?​

Answers

Answered by llNairall
10

❥इसका आयोजन ओणम पर्व के अवसर पर (लगभग अगस्त-सितंबर माह में) अराणमुला नामक स्थान पर भगवान श्रीकृष्ण एवं अर्जुन को समर्पित एक मंदिर के निकट किया जाता है।

❤️

Answered by sadiaanam
0

Answer:

अराणमुला नौका दौड़( नाव प्रतियोगिता) भारत के दक्षिण-पश्चिमी राज्य केरल की सर्वप्राचीन नौका दौड़ है। इसका आयोजन ओणम पर्व के अवसर पर (लगभग अगस्त-सितंबर माह में) अराणमुला नामक स्थान पर भगवान श्रीकृष्ण एवं अर्जुन को समर्पित एक मंदिर के निकट किया जाता है।

Explanation:

आरन्मुला उत्रट्टाती वल्लमकली या आरन्मुला नौका दौड़ केरल का एक सबसे प्राचीन और प्रसिद्ध नौका दौड़ है। मलयालम महीने चिंगम (यह 15 अगस्त से 20 सितंबर के बीच पड़ता है) के उत्रट्टाती नक्षत्र में इसका आयोजन किया जाता है, यह अपनी भव्यता और विशिष्ट इतिहास के लिए जाना जाता है।आरन्मुला एक विरासत गांव है जो पंपा नदी के तट पर केरल के पत्तनंतिट्टा जिले में पड़ता है। कहा जाता है एक श्रद्धालु ब्राह्मण ने तिरुवोणा सद्या (तिरुवोणम नक्षत्र के दौरान आयोजित भोज) की सभी चीजें प्रदान करने का वादा किया था। सारी चीजें तिरुवोणा तोणी नामक नौका के जरिए आरन्मुला श्री पार्थसारथी मंदिर को भेजा जाना था। यात्रा के दौरान नौका पर शत्रुओं के दल ने आक्रमण कर दिया। हालांकि आस-पास के इलाके से सर्प नौकाएं (स्नेक बोट) उसकी रक्षा के लिए आगे आईं और यहीं से इस क्षेत्र में विशिष्ट सर्प नौका दौड़ (स्नेक बोट रेस) की शुरुआत हुई। अपने आप में सर्प नौका दौड़ (स्नेक बोट रेस) श्री पार्थसारथी मंदिर के भगवान कृष्ण को भेंट है।इस रेस के लिए प्रयुक्त सर्प नौकाओं (स्नेक बोट) को पल्लियोडम कहते हैं। इसकी परिरूप का श्रेय स्वयं भगवान कृष्ण को दिया जाता है जो कि आरन्मुला श्री पार्थसारथी मंदिर के मुख्य देवता हैं। माना जाता है भगवान ने छह बांसो से निर्मित एक बेड़े पर सवार होकर तट पर आए थे जिससे गांव का नाम आरन्मुला या छह बांस पड़ गया।

For more such information:https://brainly.in/question/31354538

#SPJ3

Similar questions