Physics, asked by sandipkumar111978, 5 months ago

न्यूक्लियोटाइड और निकलो साइड में अंतर स्पष्ट करें biology questions


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Answered by deepaksingh6331
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Answer:

न्यूक्लियोसाइड : एक नाइट्रोजनी क्षार व शर्करा के मध्य N ग्लाइकोसिडिक बंध के बनने से बनी इकाई न्यूक्लियोसाइड कहलाती है।

न्यूक्लियोसाइड = शर्करा + नाइट्रोजनी क्षार

न्यूक्लियोसाइड में शर्करा का C-1 पिरिमिडीन क्षार के N-1 के साथ एवं फ्यूरीन क्षार के N-9 के साथ जुड़ता हैं।

डीएनए व RNA प्रत्येक में 4-4 भिन्न प्रकार के न्यूक्लियोसाइड होते है।

जैसे : β-D-2 डी ऑक्सी राइबोज एवं एडिनीन नाइट्रोजनी क्षार के संयोग से बने न्यूक्लियोसाइड को एडिनोसिन कहते है

न्यूक्लियोटाइड (nucleotide): फॉस्फोरिक अम्ल एवं न्यूक्लियोसाइड के संयोजन से न्यूक्लियोटाइड बनता है।

न्यूक्लियोटाइड = न्यूक्लियोसाइड + फॉस्फोरिक अम्ल

फास्फोरिक अम्ल एवं न्यूक्लियोसाइड के मध्य फास्फो एस्टर बन्ध बनता है , जिसमे फॉस्फोरिक अम्ल शर्करा के C-5′ या C-3′ से जुड़ सकता हैं।

राइबोज शर्करा में फॉस्फोरिक अम्ल C-2′ से भी जुड़ सकता है।

शर्करा फॉस्फेट समूह के जुड़ने के स्थान के आधार पर इन न्यूक्लियोटाइडो को क्रमशः 5′-P , 3′-OH या 3′-P , 5′-OH न्यूक्लियोटाइड कहा जाता है।

एडिनोसिन एवं फास्फोरिक अम्ल के संयोजन से बने न्यूक्लियोटाइड को एडिनोसीन मोनो फॉस्फेट (AMP) कहते है ,

न्यूक्लियोटाइड जैविक तंत्र में ऊर्जा संचय का कार्य करते है।

जैसे एडिनोसीन ट्राई फॉस्फेट (ATP)

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