Hindi, asked by manoj9907, 2 months ago

नफरत करना नहीं किसी से, प्यार सभी से करना जी,

तूफाँ तो आते रहते हैं, इनसे भी क्या डरना जी ।

हिम्मत करनेवालों को, मिलती मदद सब लोगों की,

सत्कर्मों की तूलिका से, जीवन में रंग भरना जी । हार-जीत का खेल है जीवन, खेल समझकर खेलो,

जो भी मिलता, हाथ बढ़ाकर, खुशी-खुशी तुम ले लो ।

जब तक जियो, हँसकर जियो इक दिन सबको जाना जी,

तूफाँ तो आते रहते हैं, इनसे भी क्या डरना जी । धूप-छाँव जीवन का हिस्सा, कभी उजाला, कभी अँधेरा,

रात हो चाहे जितनी लंबी, उसका भी है अंत सवेरा ।

समय एक-सा कभी न रहता, थोड़ा धीरज धरना जी,

तूफाँ तो आते रहते हैं, इनसे भी क्या डरना जी ।

देह-अभिमान के कारण, देखो कितनी महामारी है,

सबको सच्ची राह दिखाना, अपनी जिम्मेदारी है ।

आत्मज्ञान के दीप जलाकर, दूर अँधेरा करना जी,

तूफाँ तो आते रहते हैं, इनसे भी क्या डरना जी ।
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Answers

Answered by anjuhemu081
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Answer:

कविता में किससे न डरने के लिए कहा गया है?

Answered by pbshripatwad
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Explanation:

१) हिंमत करनेवालों को किसकी मदद मिलगी है ?

२) अपनी जिममेदारी क्या है ?

३) क्या एक- सा कभी न रहता ?

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