नफ़रत का हम तोड़ कुहासा, अमृत रस सरसायेगे । ‘अमृत’ शब्द का तद्भव रूप पहचानिए ।
A.
अमा
B.
अमरत
C.
अमिय
D.
आम्र
Answers
सही जवाब है...
अमिय
स्पष्टीकरण:
अमृत का तद्भव रूप अमिय या अमी होता है।
हालाँकि कुछेक ग्रामीण अंचलों में ग्रामीण लोग ‘अमरत’ को भी ‘अमृत’ की जगह बोल देते हैं, लेकिन ‘अमृत’ का प्रचलित तद्भव रूप ‘अमिय’ या ‘अमी’ ही होता है।
‘आम्र’ एक तद्भव रूप नही है, बल्कि ये ‘आम’ का तत्सम रूप है।
‘अमा’ सामान्य तौर पर प्रचलित शब्द नही है, ना ही ये किसी शब्द का तद्भव या तत्सम रूप है।
तद्भव रूप वे शब्द होते हैं, जो संस्कृत से हिंदी में आए तो हैं, लेकिन अपने ज्यों के त्यों रूप में नहीं बल्कि अपभ्रंश के रूप में हिंदी में सम्मिलित हुए हैं। ऐसे शब्दों को तद्भव रूप कहा जाता है। जैसे कि...
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○○○○○○○○○○○○○○○○○○○○○○○○○○○○○○○○○○○○○○○○○○○○○○○○○○
Answer:
option 3 is your answer