नगर की टूटी फूटी सड़को से परेशान महक और पायल के बीच बातचीत को संवाद में लिखिए।
Answers
महक – मैं तो कल बड़े जोर से सड़क पर गिर गई थी। सारी
टांग छिल गई है।
पायल – वह कैसे? फिसल गई थी क्या?
महक – नहीं। सारे नगर की सड़को का हाल तो तुझे पता ही
है। हमारी सड़को पर चंद्रमा की सतह की तरह गड्ढे है। मेरी
साइकिल उछल गई और मैं गिर गई।
पायल – सारी सड़के ही खराब है। सरकार कुछ करती भी तो
नहीं।
महक – अब बरसाते आने वाली है। इनमें पानी भर जाएगा और
फिर वहा मच्छरों के अंडों की भरमार हो जाएगी।
पायल – तभी तो पिछले साल कितना मलेरिया फैला था।
महक – पता नहीं रोज़ कितने लोग गिरते हैं इनके कारण।
पायल – लोगो को कुछ करना चाहिए। यदि हम अपने
आस-पास की सड़को के गड्ढों में खुद मिट्टी भर दे तो...... ।
महक – मिट्टी तो एक दिन में निकल जाएगी। इस काम में पैसा
लगता है और वह सरकार के पास हैं।
Answer:
महक – मैं तो कल बड़े जोर से सड़क पर गिर गई थी। सारी टांग छिल गई है।
पायल – वह कैसे? फिसल गई थी क्या?
महक – नहीं। सारे नगर की सड़को का हाल तो तुझे पता ही है। हमारी सड़को पर चंद्रमा की सतह की तरह गड्ढे है। मेरी साइकिल उछल गई और मैं गिर गई।
पायल – सारी सड़के ही खराब है। सरकार कुछ करती भी तो नहीं।
महक – अब बरसाते आने वाली है। इनमें पानी भर जाएगा और फिर वहा मच्छरों के अंडों की भरमार हो जाएगी।
पायल – तभी तो पिछले साल कितना मलेरिया फैला था।
महक – पता नहीं रोज़ कितने लोग गिरते हैं इनके कारण।
पायल – लोगो को कुछ करना चाहिए। यदि हम अपने आस-पास की सड़को के गड्ढों में खुद मिट्टी भर दे तो...... ।
महक – मिट्टी तो एक दिन में निकल जाएगी। इस काम में पैसा लगता है और वह सरकार के पास हैं।