Hindi, asked by parveensingh788981, 4 months ago

नगर में बढ़ते अपराध को रोकने के लिए अपने नगर के पुलिस अधीक्षक को पत्र लिखें​

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Answered by narendersingh83374
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अपराधों पर अंकुश लगाने विहिप ने सौंपा ज्ञापन

भास्कर संवाददाता|गंजबासौदा

बढ़ते अपराधों और पुलिस के ढुलमुल रवैये के विरोध में मंगलवार को शिवसेना के आह्वान पर नगर पूरी तरह बंद रहा। व्यापारियों, दुकानदारों और नागरिकों का बंद को पूरा समर्थन रहा। शिवसेना ने बंद का आयोजन नगर के गली मोहल्लों में खुले आम चल रहे सट्टे, जुआ, गली- गली बिक रही अवैध शराब, आए दिन हो रही लूट- चोरी और गोली चलने की घटनाओं को लेकर बंद का आह्वान किया था। बंद शांतिपूर्वक रहा। इस बार न तो जबरन दुकानें बंद कराने के लिए संगठन के नेताओं व कार्यकर्ताओं को जोर जबर्दस्ती करना पड़ी। न ही किसी से कहना पड़ा।

इसलिए हैं लोग परेशान

नगर में शराब लेने दुकानों पर बहुत कम लोग जाते हैं। गली- गली अवैध शराब बेचने वाले उन्हें दुकान से सस्ती शराब उनके घर ही दे जाते हैं। इससे परिवार के सदस्यों के साथ ही मोहल्ले के लोग परेशान रहते हैं। नगर में खुले आम सट्टा जुआ चल रहा है। दिन भर लोग मेहनत मजदूरी से जो कुछ कमाते हैं शाम को सट्टे- जुएं में गंवा देते हैं। गली- गली कोकीन, चरस, गांजा बिक रहा हैं। युवा वर्ग नशे का आदी होता जा रहा है। इस के चलते आए दिन लूट चोरी की घटनाएं हो रही हैं।

शिवसेना का आरोप पुलिस दे रही है संरक्षण

शिवसेना के नगर अध्यक्ष लोकेंद्र ठाकुर का आरोप है नगर में संचालित अवैध कारोबार और कारोबारियों को पुलिस का मूक संरक्षण है। पुलिस सिर्फ देखने दिखाने के लिए उन लोगों के विरुद्ध कार्रवाई करती है जो उन्हें हिस्सा या महीना नहीं देते। आम लोग रिपोर्ट करते हैं तो कार्रवाई नहीं करती। इसके कारण पूरे नगर में अपराध लगातार बढ़ रहे हैं। आम लोगों में सुरक्षा को लेकर चिंता है। अपने आप को असुरक्षित मान रहे हैं। प्रदेश में भाजपा की सरकार है विपक्ष में कांग्रेस जब दोनों ही ऐसे जनहित के मामलों में खामोश है तो उनके संगठन को आगे आना पड़ा।

वारदात करने वाले पुलिस गिरफ्त से बाहर

संगठन के महामंत्री मुकेश खटीक का आरोप है कि आधा दर्जन लूट, चोरी की घटनाओं का सुराग पुलिस नहीं लगा पाई हैं। आधा दर्जन हत्याओं की घटनाओं की गुत्थी पुलिस नहीं सुलझा पाई हैं। इससे पुलिस की छवि धूमिल हो रही है।

न कोई मुनादी न कोई जुलूस

पहली बार नगर में बंद को लेकर मुनादी कराई गई। न ही जुलूस निकाला गया। व्यापारियों और नागरिकों ने खुद ब खुद अपना समर्थन अपना कारोबार बंद रखकर दिया। नागरिकों द्वारा इस आयोजन को दिए गए मूक समर्थन को लेकर नगर में यह चर्चा सुर्खियों में रही कि पुलिस के ढुलमुल रवैये के चलते जनता खुद अपराध और अपराधियों से तंग आ चुकी हैं।

शिवराज के हम रखवारे, होत न काज...

बंद के दौरान एक चौपाई वर्तमान में प्रशासनिक रवैये को लेकर आम लोगों में चर्चित रही। ज्ञापन देने जा रहे संगठन के कार्यकर्ता भी यह कहते देखे गए कि शिवराज के हम रखवारे होत न काज बिन पैसा रे। एसडीएम को दिए गए ज्ञापन में संगठन ने कहा है कि बढ़ते अपराध और अपराधियों के विरुद्ध जल्दी कार्रवाई नहीं की गई तो संगठन जिला बंद कराने के लिए विवश होगा।

खुलेआम बिक रहा है चरस, गांजा, नशे की गिरफ्त में युवा वर्ग

नगर में बढ़ते अपराधों के विरोध में शिवसेना ने कराया बाजार बंद। दुकानें पूरी तरह बंद रहीं।

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