नहाए धोए क्या भाया
जो मॅन का मैल ना जाए
मीन सदा जल मे रहे
धोए बाज़ ना जाए
धोए बाज़ ना जाए कबीरा
धोए बाज़ ना जाए
जाती नही जगदीश की हरिजन की कहा होये
जात पात के बीच मे डूब मरो मत कोए
मगन गये सो मार रहे मारे जो मगन जाहि
तीन के पहले वो मारे हॉट करात है नाही
कबीरा खड़ा बाज़ार मे सबकी मागे खैर
ना काहु से दोस्ती ना काहु से बैर
सत्या नाम जाने बिना हंस लोक नही जाए
ज्ञानी पंडित सूरमा कारगए मुए उपाय
भाव बिना भक्ति नही भक्ति बिना नही भाव
भक्ति भाव एक रूप दौ एक सुभाव
जिन खोजा तीन पया गहरे पानी बैठ
मई तो बौरी बांगाई रही किनारे बैठ
कामी क्रोधी लालची इंपे भक्ति ना होये
भक्ति करे कोई सूरमा जात बरन कुल खोए
गुरु आगया माने नही चले अटपटी चल
लोक वेद दोनो गये आए सिर पर काल
कबीरा आए सिर पर काल
हम वासी उस देश के जहा जाती बरन कुल नही
शब्द मिलवा हो रहा देह मिलवा नही
कामी का गुर कामिनी लोभी का गुर दाम
कबीरा का गुर संत है संतान का गुरु राम
शब्द संभाले बोलिए शब्द के हाथ ना पॅव
एक शबाद औशाद करे एक शबाद करे घाव
गुरु को सिर पर रखिए चलिए अगया माही
कह कबीर ता दास को टीन लोक भय नाही कबीरा
घायल की गति और है औरान की गति और
प्रेम बान हृदय लगा रहा कबीरा तौर
हम वाशी उस देश के जहा पार ब्रम्हा का घेर
दीपक जले अगम का बिन बाटी बिन फेर
ना कुच्छ किया ना कर सका ना करने जोग शरीर
जो कुच्छ किया हरी किया भाया कबीर कबीर
Answers
Answered by
0
Answer:
hi
Explanation:
plz follow me and mark as brainlist plz
Answered by
0
Answer:
XD
idk why mujhe hasi as gayi sorry
but it's okayy
hey should we see each other mtlb pics attached kre ki nai?
current wali pic + childhood
Similar questions
Math,
1 month ago
World Languages,
1 month ago
Math,
3 months ago
Environmental Sciences,
9 months ago