नकल बही और खाता बही मै अंतर बताइए
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➲ नकल बही और खाता बही में अंतर इस प्रकार हैं...
- नकल बही वह पुस्तक होती है जहाँ पर व्यवसायिक लेनदेन अंकित किए जाते हैं जबकि खाता-बही खातों का समूह होती हैं जिनमें नकल बही के सभी लेनदेन स्थानांतरित किए जाते हैं।
- नकल बही एक वैकल्पिक पुस्तक के रूप में जानी जाती है जबकि खाता बही एक मुख्य व्यापारिक पुस्तक के रूप में जानी जाती है।
- खाता बही को मूल प्रविष्टि पुस्तिका के रूप में जाना जाता है क्योंकि इसमें लेनदेन के सभी मूल विवरण अंकित किए जाते हैं जबकि खाता बही को द्वितीयक प्रविष्टि पुस्तिका के रूप में जाना जाता है, क्योंकि इसमें नकल बही में अंकित सारे रिकॉर्ड स्थानांतरित किए जाते हैं।
- नकल बही में लेनदेन का व्यवहार अंकित किया जाता है ताकि इन सभी लेनदने के रिकॉर्ड रखने में सरलता हो जबकि खाता बही में सभी लेनदेन को विवेचनात्मक क्रम में अंकित किया जाता है, जिन्हें नियम के अनुसार व्यवस्थित करना आवश्यक होता है।
- नकल बही में लेने को क्रमिक रूप से रखा जाता है जबकि खाता बही में खातों के आधार पर लेनदेन का व्यवहार अंकित किया जाता है।
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Answer: अगर कोई फाइल खराब हो गई या वह ले जाने का काबिल नही है तो उसे दूसरी फाइल मे सारे कागज ला जये तो उसे ही नकल बही कहते है
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