नम्नलिखित प्रश्नों के उत्तर दीजिए-
. कुछ सपने टूटने से निराश लोगों से कवि क्या कहता है?
Answers
Answered by
0
¿ कुछ सपने टूटने से निराश लोगों से कवि क्या कहता है ?
✎... कुछ सपने टूट जाने पर कवि कुछ सपने टूटने से निराश हुए लोगों से कवि यह कहता है कि सपना एक सोए हुए अश्रु जल के समान है। सपना आँखों रूपी सेज पर सोए हुए आँसुओं के समान है। सपने का टूटना बिल्कुल वैसा ही होता है जैसे कोई कच्ची नींद से उठ गया हो।यदि वर्षा का पानी बह भी जाए तो भी सावन समाप्त नहीं होता, क्योकि सावन दुबारा आयेगा।इसलिये सपने टूटने पर निराश नहीं होना चाहिए।
○○○○○○○○○○○○○○○○○○○○○○○○○○○○○○○○○○○○○○○○○○○○○○○○○○○○○○
Answered by
0
Answer:kuch sapne tutne se niraash logon se kaviyan kahate Hain ki sapnon ki tutane se jivan ka ant nahin hota Sapna to ek matra akh ka pani hai Jo batata hai aur uska tutna kachi nind se jagna hai
Explanation:
Similar questions