नम्नललखखत पदयांश का सप्रसंग भावाथधललखखए- [4m]
मेहनत अपनेलेख की रेखा, मेहनत सेक्या डरना
कल गैरों की खाततर की,आज अपनी खाततर करना
अपना दखु भी एक हैसाथी, अपना सुख भी एक
अपनी मंजजल सच की मंजजल अपना रस्ता नेक
साथी हाथ पढाना
Answers
Answered by
1
Answer:
I can't understand that
Similar questions