नमनाींककत दो ों को भली-भााँनत पह़िए और न चे हदए गए प्रश्नों के उत्तर
ललखिए—
बिर भुवींगम तन िस, ैमींत्र न लागै कोइ।
राम बियोग ना जिवै, जिवै तो िौरा ोइ।।
पोथ पह़ि-पह़ि िग मुवा, पींडित भया न कोइ।
ऐकै अवषर प व का, प़िैसुपींडित ोइ।।
(क) कवव और कववता का नाम ललखिए। 1
(ि) 'मींत्र न लागै कोइ' का आशय स्पष्ट कीजिए। 1
(ग) राम-ववयोग की क्या दशा ो िात ै?
1
(घ) पोथ प़िने के िारे में क्या क ा गया ै?
1
(ङ) कवव क्या प़िने को क ता ै और क्यों?
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it is very lengthy ok sorey
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it is very easy you can do it yourself
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