नमस्कार दोस्तों !!!
किसी बड़े Result से पहले का डर को अपने शब्दों में बयान करे !!!
______________________
Answers
Answered by
23
नमस्ते जी!
यह प्रश्न कुछ ऐसा है कि इसका उत्तर देते - देते मुझे अपना रिजल्ट याद आ जाएगा।
यदि अपने शब्दो मे बयान करूँ तो मैं ये ही कहूंगी कि "रिजल्ट से डर नही लगता साहब, पोजिशन से लगता है।"
रिजल्ट का दिन सभी के लिए खास होता है (शायद)। यह दिन ऐसा होता है जब हमारे माता - पिता को यह पता चलता है कि हम कितने पानी मे हैं।
मित्र आपने बड़े रिजल्ट की बात की लेकिन मैं बता दूं कि मैं बारहवीं कक्षा मे पढती हूं तो मेरा अभी तक किसी बड़े रिजल्ट से सामना नही हुआ लेकिन जल्द ही होगा। अरे भई, 12 वी क्लास का रिजल्ट आना कोई छोटी बात थोडी है!
विभिन्न प्रकार के विद्यार्थी होते हैं और उसी आधार पर उन्हे अपने रिजल्ट का भय सताता है।
कुछ विद्यार्थी ऐसे होते हैं जो पूरे साल नही पढ़ते और रिजल्ट के दिन भगवान को प्रसाद चढ़ाकर यह दुआ मांगते हैं कि कही वो फेल ना हो जाए। उनकी नैया राम भरोसे होती है।
कुछ विद्यार्थी ऐसे होनहार होते हैं जो परिक्षा मे बहोत अच्छा लिखकर आते हैं लेकिन फिर भी चिंतित होते हैं। उन्हे इस बात की चिंता होती है कि फर्स्ट पोजीशन किसकी आएगी?
सच कहूं तो मैं भी इनमे से ही एक हूं। लेकिन मुझे चिंता नही होती। मैं बस अपनी पोजीशन के बारे मे सोचती हूं, दूसरो से प्रतिस्पर्धा करने की बजाय मैं खुद से प्रतिस्पर्धा करती हूं।
रिजल्ट के दिन मुझे भी डर लगता है लेकिन मै ये जानने के लिए बहोत उत्सुक भी होती हुं कि क्या मैंने खुद को हराया? क्या मेरे पहले से अच्छे नम्बर आए? और जब ऐसा होता है तो रिजल्ट मिलने का अलग ही मजा होता है।
उम्मीद है आपको मेरे ये चुलबुले विचार अच्छे लगे होंगे।
धन्यवाद सहित,
नीर तंवर।
यह प्रश्न कुछ ऐसा है कि इसका उत्तर देते - देते मुझे अपना रिजल्ट याद आ जाएगा।
यदि अपने शब्दो मे बयान करूँ तो मैं ये ही कहूंगी कि "रिजल्ट से डर नही लगता साहब, पोजिशन से लगता है।"
रिजल्ट का दिन सभी के लिए खास होता है (शायद)। यह दिन ऐसा होता है जब हमारे माता - पिता को यह पता चलता है कि हम कितने पानी मे हैं।
मित्र आपने बड़े रिजल्ट की बात की लेकिन मैं बता दूं कि मैं बारहवीं कक्षा मे पढती हूं तो मेरा अभी तक किसी बड़े रिजल्ट से सामना नही हुआ लेकिन जल्द ही होगा। अरे भई, 12 वी क्लास का रिजल्ट आना कोई छोटी बात थोडी है!
विभिन्न प्रकार के विद्यार्थी होते हैं और उसी आधार पर उन्हे अपने रिजल्ट का भय सताता है।
कुछ विद्यार्थी ऐसे होते हैं जो पूरे साल नही पढ़ते और रिजल्ट के दिन भगवान को प्रसाद चढ़ाकर यह दुआ मांगते हैं कि कही वो फेल ना हो जाए। उनकी नैया राम भरोसे होती है।
कुछ विद्यार्थी ऐसे होनहार होते हैं जो परिक्षा मे बहोत अच्छा लिखकर आते हैं लेकिन फिर भी चिंतित होते हैं। उन्हे इस बात की चिंता होती है कि फर्स्ट पोजीशन किसकी आएगी?
सच कहूं तो मैं भी इनमे से ही एक हूं। लेकिन मुझे चिंता नही होती। मैं बस अपनी पोजीशन के बारे मे सोचती हूं, दूसरो से प्रतिस्पर्धा करने की बजाय मैं खुद से प्रतिस्पर्धा करती हूं।
रिजल्ट के दिन मुझे भी डर लगता है लेकिन मै ये जानने के लिए बहोत उत्सुक भी होती हुं कि क्या मैंने खुद को हराया? क्या मेरे पहले से अच्छे नम्बर आए? और जब ऐसा होता है तो रिजल्ट मिलने का अलग ही मजा होता है।
उम्मीद है आपको मेरे ये चुलबुले विचार अच्छे लगे होंगे।
धन्यवाद सहित,
नीर तंवर।
QGP:
Wow! So Relatable :)
Answered by
2
hey mate here is ur ans MARK MY ANSWER AS BRAINLIST OKK BRO AND FOLLOW ME IN BRAINLY BYY.
Attachments:
Similar questions