नमस्कार दोस्तों !!!
दिए गए चित्र में जो निम्नांकित बाते है । उसपे प्रकाश डालें अपने शब्दों में उद्गाघाटीट करे । इसका व्याख्या करे ।
कृपया उत्तर सच्चे मन से दे ।
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नमस्ते!!!
आपका उत्तर निम्नलिखित है।
__________________________________
______________________
" जो इंसान सच का साथ देता है वो हमेशा अकेला ही रहता है।"
•○●•○●•○●•○●•○●
यह कथन पूरी तरह से सत्य है। जैसा कि हम सब जानते हैं
हैं कि सत्य को हमारे समाज में पूजा जाता है परंतु यह भी सच है कि यह सिर्फ किताबों तक ही सीमित है। आज के इस कलयुग में कुछ भी सत्य नहीं है।
☺☺
उदाहरण के लिए आप देख ही सकते हैं कि कैसे लोग न्यायालय में गीता पर हाथ रखकर झूठी कसम खा लेते हैं।
•○● अगर आप सच बोल रहे हैं तो भी लोग आपके विरूद्ध ही रहेंगे। ऐसा इसलिए है क्योंकि अधिकतर लोग अपना सच छिपाने के लिए सज्जन व्यक्ति को झूठा साबित करने में जुट जाते हैं।
परंतु किसी ने सत्य ही कहा है कि ईश्वर सब देख रहा है।
मनुष्य को अपना कर्म करते रहना चाहिए , बाकी सब तो
ईश्वर ठीक कर ही देगा। ⭐⭐
•○● अगर सत्य बोलने के कारण आपसे कोई नाराज है तो
आप उस पर ध्यान न देकर अपने कर्म पर ध्यान दें
क्योंकि यह दुनिया सच में मोह माया है।
कर्म ही पूजा है।⭐⭐✌
•○● अपने जीवन की चुनौतियों को सच मानकर स्वीकार करें और सिर्फ सत्य का साथ दें। ⭐⭐
•○● हमेशा अपनी सोच पर निर्भर रहें किसी पर खुद से ज्यादा विश्वास न करें। ☺
अपने जीवन की चुनौतियों को " मेरा सच मेरी सोच " मानकर स्वीकार करें।
जीवन में कई बार ईश्वर हमें एसे लोगों से भी मिलाते हैं
जिन्हे सत्य से प्रेम होता है। ⭐⭐
•●○●•●○●•●○●•●○●•●○●•●○●•●○●○•●○●•
☺☺☺☺☺☺
आशा है मदद होगी।
# धन्यवाद।
•••• @ नैन्सी ☺
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आपका उत्तर निम्नलिखित है।
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" जो इंसान सच का साथ देता है वो हमेशा अकेला ही रहता है।"
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यह कथन पूरी तरह से सत्य है। जैसा कि हम सब जानते हैं
हैं कि सत्य को हमारे समाज में पूजा जाता है परंतु यह भी सच है कि यह सिर्फ किताबों तक ही सीमित है। आज के इस कलयुग में कुछ भी सत्य नहीं है।
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उदाहरण के लिए आप देख ही सकते हैं कि कैसे लोग न्यायालय में गीता पर हाथ रखकर झूठी कसम खा लेते हैं।
•○● अगर आप सच बोल रहे हैं तो भी लोग आपके विरूद्ध ही रहेंगे। ऐसा इसलिए है क्योंकि अधिकतर लोग अपना सच छिपाने के लिए सज्जन व्यक्ति को झूठा साबित करने में जुट जाते हैं।
परंतु किसी ने सत्य ही कहा है कि ईश्वर सब देख रहा है।
मनुष्य को अपना कर्म करते रहना चाहिए , बाकी सब तो
ईश्वर ठीक कर ही देगा। ⭐⭐
•○● अगर सत्य बोलने के कारण आपसे कोई नाराज है तो
आप उस पर ध्यान न देकर अपने कर्म पर ध्यान दें
क्योंकि यह दुनिया सच में मोह माया है।
कर्म ही पूजा है।⭐⭐✌
•○● अपने जीवन की चुनौतियों को सच मानकर स्वीकार करें और सिर्फ सत्य का साथ दें। ⭐⭐
•○● हमेशा अपनी सोच पर निर्भर रहें किसी पर खुद से ज्यादा विश्वास न करें। ☺
अपने जीवन की चुनौतियों को " मेरा सच मेरी सोच " मानकर स्वीकार करें।
जीवन में कई बार ईश्वर हमें एसे लोगों से भी मिलाते हैं
जिन्हे सत्य से प्रेम होता है। ⭐⭐
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आशा है मदद होगी।
# धन्यवाद।
•••• @ नैन्सी ☺
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MsPRENCY:
Thanks.
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नमस्कार ।
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■ जो इंसान सच का साथ देता हैं वो हमेशा अकेला ही होता हैं ।
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व्याख्या =
● जैसा कि उपयुक्त कथन में कहा गया हैं जो व्यक्ति सच का साथ देता हैं वो हमेशा अकेला ही रहता हैं । यह कथन कहा तक उचित हैं । हमें निम्न कथनों के माध्यम से समझना होगा ।
उससे पहले ।हमें सच या सच्चाई शब्द से परिचित होना होगा । सच्चाई का शाब्दिक अर्थ हैं - सत्य का स्वरूप ।
● जहाँ तक सच के समय अकेले रहने की बात हैं । झूठ पर सच की विजय तभी मिलती हैं , जब व्यक्ति अकेला हो , दृढ़ निश्चयी हो व साहसी हो । अकेला रहने से तात्पर्य हैं संसार में अन्य लोगों की सोच से अनभिज्ञ होना हैं । इससे व्यक्ति संसार में नकारात्मक सोच वाले से दूर रहेगा । जिससे उसका मनोबल और बढ़ता है ।
● सच के समय व्यक्ति अकेले जरुर रहता हैं । मगर कुछ समय बाद उसे काफी सराहना भी मिलती हैं । यह कथन निम्न उदाहरण के माध्यम से सिद्ध किया जा सकता हैं ।
● उदा○ = जैसा कि एक ग्रामीण किसान को कृषि करने के समय उसे अनेक कठिनाइयों का सामना करना पड़ता हैं ।
वह बंजर भूमि को कृषि योग्य बनाता हैं , उसमें फसल उगाता हैं , पानी की उपलब्धता से लेकर उसकी देख - रेख उसे खुद ही करना पड़ता हैं ।
वह इस सत्य पर अटल रहता हैं कि उसे उसकी परिश्रम का फल अवश्य ही मिलेगा ।
● हाँ , इस कार्य को करने में उसको प्रारंभ में कुछ कठिनाइयों का सामना जरूर करना पड़ता हैं । किन्तु बाद में जब फसल तैयार हो जाती हैं तो वह धन्य व धान्य से परिपूर्ण हो जाता हैं । वह किसान सच के आधार पर अपनी फसल उगाता हैं कि उसे भविष्य में इसका फल जरूर मिलेगा व इस कार्य में वह अकेला होता हैं ।
● ठीक उसी प्रकार साहसी व्यक्ति को हर कठिनाइयों का सामना खुद ही करना पड़ता हैं , वह सच को पाने के लिए अकेले हर कठिन परिस्थितियों से लड़ता हैं , झगड़ता हैं व जीत हासिल कर लेता है ।व वह हमेशा अकेला ही रहता हैं । जिससे उसको मन में एक विशेष प्रकार का आनंद मिलता है ।
जैसा कि मैंने यहाँ एक चित्र में दिखाया है ===>
■ सच्चाई के रास्ते पर चलना फायदें कि बात होती हैं क्योंकि इस राह पर भीड़ कम होती हैं ।
● यहाँ यह कहने का मतलब यही हैं कि जो व्यक्ति सच का साथ देता हैं वह व्यक्ति हमेशा अकेला रहता हैं । क्योंकि वह अन्य लोगों की कुसंगतियों से बचना चाहता हैं , व अपनी बातों पर हमेशा अटल रहता हैं ।
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उम्मीद हैं ! मेरा विचार आपको पसंद आया होगा ।
धन्यवाद !!
@lovely
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■ जो इंसान सच का साथ देता हैं वो हमेशा अकेला ही होता हैं ।
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व्याख्या =
● जैसा कि उपयुक्त कथन में कहा गया हैं जो व्यक्ति सच का साथ देता हैं वो हमेशा अकेला ही रहता हैं । यह कथन कहा तक उचित हैं । हमें निम्न कथनों के माध्यम से समझना होगा ।
उससे पहले ।हमें सच या सच्चाई शब्द से परिचित होना होगा । सच्चाई का शाब्दिक अर्थ हैं - सत्य का स्वरूप ।
● जहाँ तक सच के समय अकेले रहने की बात हैं । झूठ पर सच की विजय तभी मिलती हैं , जब व्यक्ति अकेला हो , दृढ़ निश्चयी हो व साहसी हो । अकेला रहने से तात्पर्य हैं संसार में अन्य लोगों की सोच से अनभिज्ञ होना हैं । इससे व्यक्ति संसार में नकारात्मक सोच वाले से दूर रहेगा । जिससे उसका मनोबल और बढ़ता है ।
● सच के समय व्यक्ति अकेले जरुर रहता हैं । मगर कुछ समय बाद उसे काफी सराहना भी मिलती हैं । यह कथन निम्न उदाहरण के माध्यम से सिद्ध किया जा सकता हैं ।
● उदा○ = जैसा कि एक ग्रामीण किसान को कृषि करने के समय उसे अनेक कठिनाइयों का सामना करना पड़ता हैं ।
वह बंजर भूमि को कृषि योग्य बनाता हैं , उसमें फसल उगाता हैं , पानी की उपलब्धता से लेकर उसकी देख - रेख उसे खुद ही करना पड़ता हैं ।
वह इस सत्य पर अटल रहता हैं कि उसे उसकी परिश्रम का फल अवश्य ही मिलेगा ।
● हाँ , इस कार्य को करने में उसको प्रारंभ में कुछ कठिनाइयों का सामना जरूर करना पड़ता हैं । किन्तु बाद में जब फसल तैयार हो जाती हैं तो वह धन्य व धान्य से परिपूर्ण हो जाता हैं । वह किसान सच के आधार पर अपनी फसल उगाता हैं कि उसे भविष्य में इसका फल जरूर मिलेगा व इस कार्य में वह अकेला होता हैं ।
● ठीक उसी प्रकार साहसी व्यक्ति को हर कठिनाइयों का सामना खुद ही करना पड़ता हैं , वह सच को पाने के लिए अकेले हर कठिन परिस्थितियों से लड़ता हैं , झगड़ता हैं व जीत हासिल कर लेता है ।व वह हमेशा अकेला ही रहता हैं । जिससे उसको मन में एक विशेष प्रकार का आनंद मिलता है ।
जैसा कि मैंने यहाँ एक चित्र में दिखाया है ===>
■ सच्चाई के रास्ते पर चलना फायदें कि बात होती हैं क्योंकि इस राह पर भीड़ कम होती हैं ।
● यहाँ यह कहने का मतलब यही हैं कि जो व्यक्ति सच का साथ देता हैं वह व्यक्ति हमेशा अकेला रहता हैं । क्योंकि वह अन्य लोगों की कुसंगतियों से बचना चाहता हैं , व अपनी बातों पर हमेशा अटल रहता हैं ।
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उम्मीद हैं ! मेरा विचार आपको पसंद आया होगा ।
धन्यवाद !!
@lovely
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