Hindi, asked by priyanshuudapuremps, 5 hours ago

ननम्न गद्यांश को पढ़कर नीचेलिखे प्रश्नों के उत्तर दीजिए- 5×2=10 भारतवर्ष सदा कान ू न को धर्ष के रूप र्ें देखता आ रहा है। आज एकाएक कान ू न और धर्ष र्ें अंतर कर ददया गया है। धर्ष को धोखा नहीं ददया जा सकता कानन ू को ददया जा सकता है। यही कारण है कक जो िोग धर्ष भीरु हैवह कान ू न की त्र ु दटयों से िाभ उठाने र्ें संकोच नहीं करते। इस बात के पयाषप्त प्रर्ाण खोजे जा सकते हैंकक सर्ाज के ऊपरी वगष र्ें चाहे जो भी होता रहा हो भीतर ही भीतर भारतवर्ष अब भी यह अन ु भव कर रहा है कक धर्ष कानन ू से बडी चीज है। अब भी सेवा, ईर्ानदारी, सच्चाई और आध्यात्मर्कता के र् ू ल्य बने हु ए हैं। वे दब अवश्य गए हैं, िेककन नष्ट नहीं हु ए हैं। आज भी वह र्न ु ष्य से प्रेर् करता है, र्दहिाओं का सम्र्ान करता है, झूठ और चोरी को गित सर्झता है, दसू रों को पीडा पहु ंचाने को पाप सर्झता है। हर आदर्ी अपने व्यत्ततगत जीवन र्ें इस बात का अन ु भव करता है।उधचत शीर्षक खोत्जए। ख) धर्षभीरु िोग कान ू न के साथ कै सा व्यवहार करते हैं? ग) "आध्यात्मर्कता" र्ें कौन से उपसगष का प्रयोग हु आ है? घ) "धर्षभीरु" का तया अथष है? ड) "दसू रों को पीडा पहु ंचाना" के लिए एक शब्द चादहए।​

Answers

Answered by narendramodi16805
0

CHEATING KARNE KE LIYE AAYE HONA MADARCHODO

Explanation:

TUMKO KO ME APNI GADH BHI NA DOOO

Similar questions