Hindi, asked by crazyboyzsanat, 7 months ago

ननम्ननिनखत नवग्रहों के समततपद बनयकर समयस कय नयम निनखए पयँच तंत्रों कय समयहयर, शनक्त के अनुसयर

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Answered by thashmitha32
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Answer:

keep smiling

Explanation:

ज्योतिष के अनुसार ग्रह की परिभाषा अलग है। भारतीय ज्योतिष और पौराणिक कथाओं में 9 ग्रह गिने जाते हैं, सूर्य, चंद्रमा, बुध, शुक्र, मंगल, गुरु, शनि, राहु और केतु।

सूर्य : सात घो़ड़े खींचते हैं सूर्य रथ को। यह सभी ग्रहों का मुखिया है। सौर देवता, आदित्यों में से एक, कश्यप और उनकी पत्नियों में से एक अदिति के पुत्र। उनके बाल और हाथ सोने के हैं। उनके रथ को सात घो़ड़े खींचते हैं, जो सात चक्रों का प्रतिनिधित्व करते हैं। वे रवि के रूप में रविवार या इतवार के स्वामी हैं। हिन्दू पौराणिक कथाओं के अनुसार, सूर्य की अधिक प्रसिद्ध संततियों में हैं शनि (सैटर्न), यम (मृत्यु के देवता) और कर्ण (महाभारत वाले)।

चंद्र : मन का प्रतिनिधित्व करता है। चंद्र को सोम के रूप में भी जाना जाता है और उन्हें वैदिक चंद्र देवता सोम के साथ पहचाना जाता है। उन्हें जवान, सुंदर, गौर, द्विबाहु के रूप में वर्णित किया गया है और उनके हाथों में एक मुगदर और एक कमल रहता है। वे हर रात पूरे आकाश में अपना रथ (चांद) चलाते हैं, जिसे दस सफेद घो़ड़े या मृग द्वारा खींचा जाता है। सोम के रूप में वे सोम वार के स्वामी हैं। वे सत्व गुण वाले हैं और मन, माता की रानी का प्रतिनिधित्व करते हैं।

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