Hindi, asked by 15107, 1 month ago

ननम्नशलखित गदयाांि पढ़कर ठदए गए प्रश्नों के उत्तर शलखिए –
सम्राट अिोक चांद्रगुप्त मौयय का पौत्र और बबदां सु ार का पुत्र था | अिोक की उदारता और दया की
भावना के कारण ही इनतहासकार उसका गुणगान करते नहीां थकते | उसकी उदारता और दया
के वल मानव जानत तक सीशमत न थी ,वरना वह तो प्राखण -मात्र का सांरक्षक और सेवक था |
जानत , धमय और देि की सांकीणयता को समाप्त कर उसने जीव -मात्र के ठहत को अपने जीवन
का लक्ष्य बनाया और इस लक्ष्य की शसदधध के शलए अपने वविाल साम्राज्य के सभी साधनों का
उपयोग ककया | सम्राट अिोक के महँआदिय आज भी भारत में जीववत हैंऔर यहाँके
ननवाशसयों को आत्म - कल्याण , धाशमकय सठहष्ां णुता और ववश्व -बांधुत्व की प्रेरणा दे रहे हैं|
प्रश्न १ -- सम्राट अिोक ककस का पुत्र था ?
उत्तर –
प्रश्न २ --अिोक का गुणगान क्यों ककया जाता है?
उत्तर –
प्रश्न ३ -- सम्राट अिोक के आदिय हमें क्या प्रेरणा दे रहे हैं ?
उत्तर –
प्रश्न ४ -- अिोक के जीवन का लक्ष्य क्या रहा ?
उत्तर –
प्रश्न ५ --गदयाांि का उधचत िीर्यक बताइए

Answers

Answered by ashy69963
2

Answer:

Explanation:

ननम्नशलखित गदयाांि पढ़कर ठदए गए प्रश्नों के उत्तर शलखिए –

सम्राट अिोक चांद्रगुप्त मौयय का पौत्र और बबदां सु ार का पुत्र था | अिोक की उदारता और दया की

भावना के कारण ही इनतहासकार उसका गुणगान करते नहीां थकते | उसकी उदारता और दया

के वल मानव जानत तक सीशमत न थी ,वरना वह तो प्राखण -मात्र का सांरक्षक और सेवक था |

जानत , धमय और देि की सांकीणयता को समाप्त कर उसने जीव -मात्र के ठहत को अपने जीवन

का लक्ष्य बनाया और इस लक्ष्य की शसदधध के शलए अपने वविाल साम्राज्य के सभी साधनों का

उपयोग ककया | सम्राट अिोक के महँआदिय आज भी भारत में जीववत हैंऔर यहाँके

ननवाशसयों को आत्म - कल्याण , धाशमकय सठहष्ां णुता और ववश्व -बांधुत्व की प्रेरणा दे रहे हैं|

प्रश्न १ -- सम्राट अिोक ककस का पुत्र था ?

उत्तर –

प्रश्न २ --अिोक का गुणगान क्यों ककया जाता है?

उत्तर –

प्रश्न ३ -- सम्राट अिोक के आदिय हमें क्या प्रेरणा दे रहे हैं ?

उत्तर –

प्रश्न ४ -- अिोक के जीवन का लक्ष्य क्या रहा ?

उत्तर –

प्रश्न ५ --गदयाांि का उधचत िीर्यक बताइए

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