नर्मदा का उद्गम अमरकंटक पाठ में वर्णित नैसर्गिक सौंदर्य का किन्ही चार बिंदुओं में वर्णन कीजिए
Answers
Explanation:
bhukbt yuddh be unnatis aaj ke do udaharanon utsuk tu Doraemon
उत्तर:
भारत की प्रमुख सात नदियों में से अनुपम नर्मदा का उद्गम स्थल अमरकंटक है और यह मध्यप्रदेश के शहडोल जिले की पुष्पराजगढ़ तहसील में है. अमरकंटक भारत के पवित्र स्थलों में गिना जाता है. पवित्र स्थलों में गिना जाता है.
अमरकंटक पाठ' में वर्णित नैसर्गिक सौंदर्य का वर्णन..: पर्वत श्रंखला के मध्य स्थित अमरकंटक क्षेत्र अद्भुत प्राकृतिक सौंदर्य से समृद्ध है। इन पर्वत श्रंखलाओं से गिलती जलधारा देख कर ऐसा लगता है कि जैसे आकाश से चांदी की कोई धारा गिर रही हो।श्रद्घा-भक्ति और सच्चे मन से मां नर्मदा के दर्शन, पूजन-अर्चन मात्र से ही मनुष्य को अक्षय पुण्य की प्राप्ति होती है। 1065 मीटर की ऊंचाई पर विंध्य और सतपुड़ा पर्वतमालाओं के बीच स्थित हरा-भरा अमरकंटक प्रसिद्ध तीर्थ और नयनाभिराम पर्यटन स्थल है. नर्मदा और सोन नदियों का यह... यहां एक प्राचीन कमंडल है जो हमेशा पानी से भरा रहता है. प्रकृति की सुंदरता की दृष्टि से अमरकंटक को खास वरदान प्राप्त है। यहां के खूबसूरत झरने, पवित्र तालाब, ऊंची पहाड़ियां और शांत वातावरण सैलानियों को इस कदर मंत्रमुग्धब करते हैं कि वे दोबारा आए बिना रह ही नहीं सकते।
आम्रकूट के नाम से प्रसिद्ध अमरकंटक का बहुत सी परंपराओं और किंइवदंतियों से संबंध रहा है। ऐसी मान्यता है कि अमरकंटक पर्वत का एक भाग है, जो पुराणों में वर्णित सप्तकुलपर्वतों में से एक है। यहां ऐसी अनेक प्राचीन मंदिर और मूर्तियां हैं जिनका संबंध महाभारत से बताया जाता है। कहा जाता है कि भगवान शिव की पुत्री नर्मदा जीवनदायिनी नदी रूप में यहां से बहती हैं। माता नर्मदा को समर्पित यहां अनेक मंदिर बने हुए हैं, जिन्हें दुर्गा की प्रतिमूर्ति माना जाता है।घने जंगलों, पर्वतों, मनोहर भू-दृश्यों और प्रकृति के सुंदर नजारे यहां से देखे जा सकते हैं। लगभग 100 फीट की ऊंचाई से गिरने वाला कपिलाधारा झरना पूरे देशभर में लोकप्रिय है। अन्य जगहों में आप धुनी पानी, दूधधारा, सोनमुदा, माई की बगिया और कबीर चबूतरा जैसे सुंदर जगहों का लुत्फ उठा सकते हैं।