नरसी जी का मायरा के रचयिता कौन
Answers
Answered by
0
भक्त नरसी मेहता और नानी बाई का मायरा कथा ग्रंथ की शोभायात्रा निकाली गई। रमताराम महाराज के शिष्य दिग्विजय राम ने संगीतमय कथा में कहा कि मन में संतत्व होना चाहिए। भक्त नरसी मेहता कोई वेशधारी संत नहीं थे, बल्कि एक साधारण गृहस्थ थे।
.
.
.
I hope it help you....
Answered by
0
नरसी जी के मायरा की रचयिता मीरा बाई है।
- मायरा की कथा के माध्यम से भगवान श्री कृष्ण का गुणगान किया गया है।
- नानी बाई के मायरो की शुरुवात नरसीम भगत के जीवन से हुई।
- नरसी जी का जन्म गुजरात के जूनागढ़ में हुमायूं के शासनकाल में आज से लगभग 600 वर्ष पूर्व हुआ।
- नरसी जी जन्म से ही गूंगे व बहरे थे।
- मायरा की कथा के अनुसार मामा या नाना के द्वारा कन्या के विवाह में कन्या को भात दिया जाता है, नानी बाई नरसी जी की पुत्री थी व सुलोचना नानी बाई की पुत्री थी।
- सुलोचना बाई का जब विवाह तय हुआ तब नानी बाई के ससुराल वालों को यह लगा कि नरसी जी गरीब है वह विवाह के लिए भात की व्यवस्था नहीं कर पाएंगे।
- श्री कृष्ण सुलोचना बाई के विवाह में मामा का फ़र्ज़ निभाते हुए भात लाते है।
Similar questions