History, asked by krutikachavan010, 9 months ago

nastik darshan - short note​

Answers

Answered by ommaakaamal44
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Answer:

Buddha, Jaina and Charvaks are the nastik darshan of the Indian philosophy, as they do not believe in the authority of veda. They consider logic inferior to intuition. Accepting authority of Vedas means accepting authority of intuition. ... Intuition is above logic or knowledge through intellect.

Explanation:

Answered by 2007Sidddharth
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Answer:

नास्तिक दर्शन भारतीय दर्शन परम्परा में उन दर्शनों को कहा जाता है जो वेदों को नहीं मानते थे।

भारत में भी कुछ ऐसे व्यक्तियों ने जन्म लिया जो वैदिक परम्परा के बन्धन को नहीं मानते थे वे नास्तिक कहलाये तथा दूसरे जो वेद को प्रमाण मानकर उसी के आधार पर अपने विचार आगे बढ़ाते थे वे आस्तिक कहे गये।

भारत में नास्तिक कहे जाने वाले विचारकों की चार धारायें मानी गयी हैं - आजीविक, जैन दर्शन, चार्वाक, तथा बौद्ध दर्शन।

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