Hindi, asked by pragati2997, 2 months ago

नदी निकलती है पर्वत से,
मैदानों में बहती है।
और अंत में मिल सागर से,
एक कहानी कहती है।

बचपन में छोटी थी पर मैं,
बड़े वेग से बहती थी।
आँधी-तूफान, बाढ़-बवंडर,
सब कुछ हँसकर सहती थी।

मैदानों में आकर मैने,
सेवा का संकल्प लिया।
और बना जैसे भी मुझसे,
मानव का उपकार किया।

कविता का अर्थ लिखिऐ​

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Answered by likefreefire1
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Answer:

manav ko upkar kar kay apnay jiwan ka sahi upyog karna cahiye

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