National Festivals of India' in Hindi | 'Bhartiya Rashtriya Tyohar' par Nibandh (220 Words)
Answers
Answered by
5
हमारे देश
में हम बहुत सारे त्योहार मनाते हैं । उन में हिन्दू, जैन, मुस्लिम, क्रिश्चियन, बौद्ध, पार्सी और
सिन्धी मत के त्योहार सब जुड़े हैं। इतने
सारे त्योहार तो किसी और देश में नहीं हो सकते।
हर त्योहार के दिन सब दफ्तरों और विद्यालयों
के लिए छुट्टी मिलती है।
त्योहारों के दिन लोग आनंद से समय बिताते हैं अपने
परिवार, रिस्तेदार
और दोस्तों के साथ।
त्योहार लोगों के जीवन में अभिन्नता (नीरसता/एक दिष्टता)
हटाते हैं। नये रंग भरते हैं।
हिन्दू मत के मुख्य त्योहार हैं मकर संक्रांति (पोंगल), युगादि(गुड़ी पड़वा), वसंत पंचमी, श्रीराम नवमी, रथ सप्तमी, हनुमान जयंती, अक्षय तृतीय, नाग पंचमी, रक्षा बंधन (राखी), श्रीकृष्ण जन्माष्टमी, महा शिवरात्री, गुरु पौर्णिमा, होलि, गणेश चतुर्थी, दशेरा (विजय दशमी), दीपावली, वैकुंठ एकादशी। कार्तिक पौर्णमि और करवा चौत भी महिलाओं के लिए खास पर्व दिन हैं, जिस दिन पर वे व्रत रखते हैं और अपने पति के लंबे उम्र के लिए भगवान से प्रार्थना करते हैं। हर नदी के नाम पर हर बारह साल में एक बार कुम्भ मेला (पुष्कर) का उत्सव मनाया जाता है। सब लोग उस नदी के किनारे पहुँचते हैं और नदी के पानी में स्नान करते हैं और उस प्रदेश के देव देवता का दर्शन करते हैं।
क्रैस्तव त्योहार हैं गुड फ्राइडे, ईस्टर संडे, ब्लेस्सड वर्जिन और क्रिसमस। मुस्लिम मत में मुहर्रम, ईद, रमजान और बकरीद प्रसिद्ध हैं। सिख मत के खास त्योहार हैं वैसाखी और गुरु नानक जन्मदिन। बौद्ध मत में तो बुद्ध पौर्णिमा खास है। जैन लोग महावीर जयंती और पर्युषन मनाते हैं। पार्सी (ज़ोरोस्ट्रियन) लोग “नौरूज़” यानि साल के शुरुवाद मनाते हैं। और रविदस्सिया लोग गुरु रविदास जयंती मनाते हैं। सिंधी लोग अपने नए साल का शुरुवाद छेटी चंद मनाते हैं।
ये त्योहार सब लोगों की संस्कृति अनुसार या मत संबंध विषयों के आधार पर मनाए जाते हैं। और देश में राष्ट्रिय स्तर पर सब लोग न्यू ईएर्स डे, अंबेतकर जयंती, स्वतंत्र दिवस, अंतर राष्ट्रीय श्रामिक दिवस, गणतन्त्र दिवस, महात्मा गांधी जयंती, पंडित नेहरू जयंती भी मनाए जाते हैं। नेहरू जयंती पर सब बच्चों के लिए छुट्टी और प्रत्येक प्रतियोगिताओं का आयोजन होता है।
त्योहारों के दिन लोग मिठाई बाँटते हैं। घर में पकवान बनाते हैं। घर को साफ करते हैं। नये कपड़े खरीदकर या सिलाकर पहनते हैं। कुछ लोग सिनेमा देखते हैं। अपने अपने घर में अपने मत के अनुसार पूजा करते हैं। बहुत लोग तो सूर्योदय के पहले जागजाते हैं और घर के काम शुरू करलेते हैं। आजकल तो त्योहारों के दिन राष्ट्रिय स्तर पर खेल होते है, तो सब लोग टीवी पर देखते हैं और अपनी प्रिय दल या खिलाड़ी का समर्थन करते हैं। मत संबंध पर्व दिनों पर लोग उपवास (व्रत) रखते हैं। कर्मचारियों को बोनस के रूप में धन घर आता है। हिन्दू मंदिर में बसे देव देवता के दर्शन करते हैं। मुस्लिम तो मस्जिद जाकर प्रार्थना (नमाज़) करते हैं। क्रिश्चियन चर्च में जीसस और मेरी के प्रार्धना और ध्यान करते हैं। जैन और सिंग (सिख) अपने गुरुओं के मंदिर (गुरुद्वारा) जाते हैं।
हिन्दू मत के मुख्य त्योहार हैं मकर संक्रांति (पोंगल), युगादि(गुड़ी पड़वा), वसंत पंचमी, श्रीराम नवमी, रथ सप्तमी, हनुमान जयंती, अक्षय तृतीय, नाग पंचमी, रक्षा बंधन (राखी), श्रीकृष्ण जन्माष्टमी, महा शिवरात्री, गुरु पौर्णिमा, होलि, गणेश चतुर्थी, दशेरा (विजय दशमी), दीपावली, वैकुंठ एकादशी। कार्तिक पौर्णमि और करवा चौत भी महिलाओं के लिए खास पर्व दिन हैं, जिस दिन पर वे व्रत रखते हैं और अपने पति के लंबे उम्र के लिए भगवान से प्रार्थना करते हैं। हर नदी के नाम पर हर बारह साल में एक बार कुम्भ मेला (पुष्कर) का उत्सव मनाया जाता है। सब लोग उस नदी के किनारे पहुँचते हैं और नदी के पानी में स्नान करते हैं और उस प्रदेश के देव देवता का दर्शन करते हैं।
क्रैस्तव त्योहार हैं गुड फ्राइडे, ईस्टर संडे, ब्लेस्सड वर्जिन और क्रिसमस। मुस्लिम मत में मुहर्रम, ईद, रमजान और बकरीद प्रसिद्ध हैं। सिख मत के खास त्योहार हैं वैसाखी और गुरु नानक जन्मदिन। बौद्ध मत में तो बुद्ध पौर्णिमा खास है। जैन लोग महावीर जयंती और पर्युषन मनाते हैं। पार्सी (ज़ोरोस्ट्रियन) लोग “नौरूज़” यानि साल के शुरुवाद मनाते हैं। और रविदस्सिया लोग गुरु रविदास जयंती मनाते हैं। सिंधी लोग अपने नए साल का शुरुवाद छेटी चंद मनाते हैं।
ये त्योहार सब लोगों की संस्कृति अनुसार या मत संबंध विषयों के आधार पर मनाए जाते हैं। और देश में राष्ट्रिय स्तर पर सब लोग न्यू ईएर्स डे, अंबेतकर जयंती, स्वतंत्र दिवस, अंतर राष्ट्रीय श्रामिक दिवस, गणतन्त्र दिवस, महात्मा गांधी जयंती, पंडित नेहरू जयंती भी मनाए जाते हैं। नेहरू जयंती पर सब बच्चों के लिए छुट्टी और प्रत्येक प्रतियोगिताओं का आयोजन होता है।
त्योहारों के दिन लोग मिठाई बाँटते हैं। घर में पकवान बनाते हैं। घर को साफ करते हैं। नये कपड़े खरीदकर या सिलाकर पहनते हैं। कुछ लोग सिनेमा देखते हैं। अपने अपने घर में अपने मत के अनुसार पूजा करते हैं। बहुत लोग तो सूर्योदय के पहले जागजाते हैं और घर के काम शुरू करलेते हैं। आजकल तो त्योहारों के दिन राष्ट्रिय स्तर पर खेल होते है, तो सब लोग टीवी पर देखते हैं और अपनी प्रिय दल या खिलाड़ी का समर्थन करते हैं। मत संबंध पर्व दिनों पर लोग उपवास (व्रत) रखते हैं। कर्मचारियों को बोनस के रूप में धन घर आता है। हिन्दू मंदिर में बसे देव देवता के दर्शन करते हैं। मुस्लिम तो मस्जिद जाकर प्रार्थना (नमाज़) करते हैं। क्रिश्चियन चर्च में जीसस और मेरी के प्रार्धना और ध्यान करते हैं। जैन और सिंग (सिख) अपने गुरुओं के मंदिर (गुरुद्वारा) जाते हैं।
kvnmurty:
click on thanks button above pls..select best answer
Similar questions