नव नियतिवाद क्या है नियतिवाद एवं नव नियतिवाद के अंतर को स्पष्ट कीजिए
Answers
Answer:
नियतत्ववाद: यह मानवीय क्रियाओं पर पर्यावरण नियंत्रण का समर्थन करने वाले दृष्टिकोण को संदर्भित करता है। (ii) नव-निर्धारणवाद: यह मानव को पर्यावरणीय कारकों से प्रभावित निष्क्रिय एजेंट के रूप में संदर्भित करता है जो उनके दृष्टिकोण, निर्णय लेने और जीवन शैली को निर्धारित करते हैं।
Explanation:
मक्खलि गोसाल या मक्खलि गोशाल (560-484 ईसा पूर्व) 6ठी सदी के एक प्रमुख आजीवक दार्शनिक हैं। इन्हें नास्तिक परंपरा के सबसे लोकप्रिय 'आजीवक संप्रदाय' का संस्थापक, 24वां तीर्थंकर और 'नियतिवाद' का प्रवर्तक दार्शनिक माना जाता है।नव-नियतिवाद (Neo-Determinism) मिलता है। इस विचारधारा के अनुसार मनुष्य को प्रकृति के नियमों का अनुसरण करना ही पड़ता है, किन्तु मनुष्य वातावरण के तत्वों के उपयोग के लिए स्वतन्त्र है। ... वह अपने बुद्धि, बल, पराक्रम से प्राकृतिक वातावरण में परिवर्तन करता रहता है।