Hindi, asked by Javeriakhan6098, 10 months ago

NCRT hindi class 8 chapter 1 kavita saar.....PLZZ DO FAST IT'S URGENT.....​

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Answered by vyom12595
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क) कविता में रतन किसे कहा गया है और वे कहाँ-कहाँ बिखरे हुए हैं?

(ख) ओस कणों को देखकर कवि का मन क्या करना चाहता है?

ANSWER:

(क) कविता में ओस को रतन कहा गया है। यह हरी घास, पत्तों और फूलों पर बिखरे हुए हैं।

(ख) ओस कणों को देखकर कवि का मन कर रहा है कि वह अंजलि भर कर इन्हें ले आए और इनको देख-देख कर एक कविता लिखे।

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Question 2:

(क) पता करो कि सुबह के समय खुले स्थानों पर ओस की बूँदें कैसे बन जाती हैं? इसे अपने शिक्षक को बताओ।

(ख) क्या ओस, कोहरा और वर्षा में कोई संबंध है? इसके बनने और होने के कारणों का पता लगाओ और उसे अपने ढंग से लिखकर शिक्षक को दिखाओ।

(ग) सूरज निकलने के कुछ समय बाद ओस कहाँ चली जाती है? इसका उत्तर तुम अपने मित्रों, बड़ों, पुस्तकों और इंटरनेट की सहायता से प्राप्त करो और शिक्षक को बताओ।

ANSWER:

(क) दिन में सूरज की रोशनी से पानी गर्म होकर भाप बनकर ऊपर की ओर उठता है। रात में यह ठंडा होकर गिरता है और बूँदों के रूप में हरे घास, पत्ते और फूलों पर रुक जाती है। यहाँ यह जल्दी से सूखती नहीं है। इसलिए यह हमें धूप निकलने से पहले दिखाई देती है और धूप निकलते ही फिर से भाप बनकर उड़ जाती है।

(ख) ओस, कोहरा व वर्षा तीनों ही तेज़ गर्मी में पानी से भाप बनकर उड़ जाते हैं। ऊपर ठंडक मिलने से ये जम जाते हैं, जो हमें बादलों के रूप में दिखते हैं। ओस बहुत ही हल्की सर्दी में छोटी-छोटी बूदों के रूप में गिरती है। कोहरा बहुत ठंड में होता है। कोहरे में पानी नहीं गिरता परन्तु ठंड़ी भाप नीचे की तरफ़ आ जाती है। वर्षा किसी बादल के थोड़ा गरम चीज़ से टकराने से पानी के रूप में गिरता है।

(ग) सूरज निकलने के बाद पानी फिर गर्म होकर भाप बनकर उड़ जाता है, तो ओस गायब हो जाती है।

Page No 25:

Question 3:

"इनकी शोभा निरख-निरख कर,

इन पर कविता एक बनाऊँ।"

कवि ओस की सुंदरता पर एक कविता बनाना चाहता है। यदि तुम कवि के स्थान पर होते, तो कौन-सी कविता बनाते? अपने मनपसंद विषय पर कोई कविता बनाओ।

ANSWER:

तितली रानी

तितली रानी, तितली रानी

दूर देश से आई हो।

इतने सुंदर, रंग-बिरंगे

पंख कहाँ से लाई हो।

फूल तुम्हें हैं अच्छे लगते।

आसमान में उड़ना है भाता।

जैसे तुम कोई शहज़ादी हो

जो परीलोक से आई हो।

Page No 25:

Question 4:

(क) तुम्हारे विचार से यह किस मौसम की कविता हो सकती है?

(ख) तुम्हारे प्रदेश में कौन-कौन से मौसम आते हैं? उसकी सूची बनाओ।

(ग) तुम्हें कौन सा मौसम सबसे अधिक पसंद है और क्यों?

ANSWER:

(क) हमारे विचार से यह ओस जब हल्की सर्दी पड़नी शुरू हो जाती है तब पड़ती है।

(ख) हमारे प्रदेश में सर्दी, गर्मी, बरसात, वसंत, पतझड़ आदि ऋतुएँ आती हैं।

(ग) हमें वर्षा का मौसम सबसे अच्छा लगता है चारों ओर हरियाली हो जाती है। वर्षा में भीगना भी अच्छा लगता है।

Page No 25:

Question 5:

"जी होता इन ओस कणों को

अंजलि में भर घर ले आऊँ"

कवि ओस को अपनी अंजलि में भरना चाहता है। तुम नीचे दी गई चीज़ों में से किन चीज़ों को अपनी अंजलि में भर सकते हो? सही (✓) का चिह्न लगाओ–

रेत ओस धुआँ हवा पानी तेल लड्डू गंद

ANSWER:

रेत (✓)

ओस

धुआँ

हवा

पानी (✓)

तेल (✓)

लड्डू (✓)

गेंद (✓)

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Question 6:

"हरी घास पर बिखरे दी हैं

ये किसने मोती की लड़ियाँ?"

ऊपर की पंक्तियों को उलट-फेर कर इस तरह भी लिखा जा सकता है–

"हरी घास पर ये मोती की लड़ियाँ किसने बिखेर दी हैं?"

इसी तरह नीचे लिखी पंक्तियों में उलट-फेर कर तुम भी उसे अपने ढंग से लिखो।

(क) "कौन रात में गूँथ गया है

ये उज्ज्वल हीरों की कड़ियाँ?"

(ख) "नभ के नन्हें तारों में ये

कौन दमकते हैं यों दमदम?"

ANSWER:

(क) रात में कौन ये उज्जवल हीरों की कड़ियाँ गूँथ गया है?

(ख) नभ के नन्हे तारों में ये कौन दमदम दमकते हैं?

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Question 7:

"ये उज्ज्वल हीरों की कड़ियाँ"

ऊपर की पंक्ति में उज्ज्वल शब्द में 'ज' वर्ण दो बार आया है परंतु यह आधा (ज्) है। तुम भी इसी तरह के कुछ और शब्द खोजो। ध्यान रहे, उस शब्द में कोई एक वर्ण (अक्षर) दो बार आया हो, मगर आधा-आधा। इस काम में तुम शब्दकोश की सहायता ले सकते हो। देखें, कौन सबसे अधिक शब्द खोज़ पाता है।

ANSWER:

छात्र इसे स्वयं करने का प्रयास करें क्योंकि यह भाग छात्रों की बौद्धिक क्षमता को बढ़ाने और परखने के लिए दिया गया है।

Page No 26:

Question 8:

नीचे लिखी चीज़ों जैसी कुछ और चीज़ों के नाम सोचकर लिखो–

(क)

जुगनू जैसे चमकीले

..............................

(ख)

तारों जैसे झिलमिल

..............................

(ग)

हीरों जैसे दमकते

..............................

(घ)

फूलों जैसे सुंदर

.................

Answered by pragatisharma2510
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कवि मानते हैं कि अभी उनका अंत नहीं होगा। अभी-अभी उनके जीवन रूपी वन में वसंत रूपी यौवन आया है।कवि प्रकृति का वर्णन करते हुए कहते हैं कि चारों ओर वृक्ष हरे-भरे हैं,पौधों पर कलियाँ खिली हैं जो अभी तक सो रही हैं।कवि कहते हैं वो सूर्य को लाकर इन अलसाई हुई कलियों को जगाएँगे और एक नया सुन्दर सवेरा लेकर आएंगे। कवि प्रकृति के द्वारा निराश-हताश लोगों के जीवन को खुशियों से भरना चाहते है। कवि बड़ी तत्परता से मानव जीवन को संवारने के लिए अपनी हर ख़ुशी एवं सुख को दान करने के लिए तैयार हैं। वे चाहते हैं हर मनुष्य का जीवन सुखमय व्यतीत हो। इसिलए वे कहते है कि उनका अंत अभी नहीं होगा जबतक वो सबके जीवन में खुशियाँ नहीं लादेते।

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