nibandh on prakarti ki raksha ma
riya2280:
by
Answers
Answered by
2
Hey mate here is your nibandh .
आज हमारी प्रकृति पर खतरा मंडरा रहा है जो हमारी रक्षा करती आई है। आज हम सब अपने स्वार्थ के कारण प्रकृति के ऊपर मंडरा रहे खतरे को नहीं देख पा रहे हैं।
आज हम फैक्ट्री के गंदे धुआं से वायु को दूषित कर रहे, तालाबों को बूझाकर बड़े-बड़े शापिंग माल बनवा रहे हैं। जंगल काटकर पृथ्वी की जीवन को नष्ट कर रहे हैं।
शायद हम भूल गए हैं कि हमारी पृथ्वी ही हमारी सब कुछ है आज यदि पृथ्वी, प्रकृति, वायु नहीं होंगे तो धरती पर रहने वाले अरबों लोग सब मर जाएंगे। जिस तरह मां के कोख में हम सुरक्षित होते हैं वैसे ही धरती के गोद में हम सब मानव सुरक्षित है।
इसलिए हम सबको अपने पर्यावरण को बचाना होगा।
KEEP CALM
AND
SUPPORT
MATE'S
आज हमारी प्रकृति पर खतरा मंडरा रहा है जो हमारी रक्षा करती आई है। आज हम सब अपने स्वार्थ के कारण प्रकृति के ऊपर मंडरा रहे खतरे को नहीं देख पा रहे हैं।
आज हम फैक्ट्री के गंदे धुआं से वायु को दूषित कर रहे, तालाबों को बूझाकर बड़े-बड़े शापिंग माल बनवा रहे हैं। जंगल काटकर पृथ्वी की जीवन को नष्ट कर रहे हैं।
शायद हम भूल गए हैं कि हमारी पृथ्वी ही हमारी सब कुछ है आज यदि पृथ्वी, प्रकृति, वायु नहीं होंगे तो धरती पर रहने वाले अरबों लोग सब मर जाएंगे। जिस तरह मां के कोख में हम सुरक्षित होते हैं वैसे ही धरती के गोद में हम सब मानव सुरक्षित है।
इसलिए हम सबको अपने पर्यावरण को बचाना होगा।
KEEP CALM
AND
SUPPORT
MATE'S
Answered by
3
Hey mate here is your nibandh .
आज हमारी प्रकृति पर खतरा मंडरा रहा है जो हमारी रक्षा करती आई है। आज हम सब अपने स्वार्थ के कारण प्रकृति के ऊपर मंडरा रहे खतरे को नहीं देख पा रहे हैं।
आज हम फैक्ट्री के गंदे धुआं से वायु को दूषित कर रहे, तालाबों को बूझाकर बड़े-बड़े शापिंग माल बनवा रहे हैं। जंगल काटकर पृथ्वी की जीवन को नष्ट कर रहे हैं।
शायद हम भूल गए हैं कि हमारी पृथ्वी ही हमारी सब कुछ है आज यदि पृथ्वी, प्रकृति, वायु नहीं होंगे तो धरती पर रहने वाले अरबों लोग सब मर जाएंगे। जिस तरह मां के कोख में हम सुरक्षित होते हैं वैसे ही धरती के गोद में हम सब मानव सुरक्षित है।
इसलिए हम सबको अपने पर्यावरण को बचाना होगा।
KEEP CALM
AND
SUPPORT
MATE'S
आज हमारी प्रकृति पर खतरा मंडरा रहा है जो हमारी रक्षा करती आई है। आज हम सब अपने स्वार्थ के कारण प्रकृति के ऊपर मंडरा रहे खतरे को नहीं देख पा रहे हैं।
आज हम फैक्ट्री के गंदे धुआं से वायु को दूषित कर रहे, तालाबों को बूझाकर बड़े-बड़े शापिंग माल बनवा रहे हैं। जंगल काटकर पृथ्वी की जीवन को नष्ट कर रहे हैं।
शायद हम भूल गए हैं कि हमारी पृथ्वी ही हमारी सब कुछ है आज यदि पृथ्वी, प्रकृति, वायु नहीं होंगे तो धरती पर रहने वाले अरबों लोग सब मर जाएंगे। जिस तरह मां के कोख में हम सुरक्षित होते हैं वैसे ही धरती के गोद में हम सब मानव सुरक्षित है।
इसलिए हम सबको अपने पर्यावरण को बचाना होगा।
KEEP CALM
AND
SUPPORT
MATE'S
Similar questions