Nibandh on Vani man ka aaina?? please tell fast
Answers
Answered by
18
संसार के इतने सारे प्राणियों में मनुष्य भी एक तरह का एक प्राणी है जिसके पास ईश्वर द्वारा दी गई एक अटूट चीज है और वह वाणी है। वाणी जो मन से बोली जाएं और सभी के द्वारा अपनाई जाएं वह ही होता है वाणी। जो सुनने में मधुर एवं हृदयग्राही हो। भाषा पर हर एक मानव की दक्षता होती है। सबके कहने का ढंग और तरीका अलग है।
भाषा से ही मनुष्य की पहचान हो जाती है।
भाषा से ही मनुष्य की पहचान हो जाती है।
Answered by
2
Answer:
Visit our website to see full essay
hindimanibandh blogspot com
Explanation:
ऐसी वाणी बोलिए मन का आपा खोए,
औरन को शीतल करें आपहु शीतल होए।"
मनुष्य की वाणी में ऐसी शक्ति होती है, जो एक और तो बड़े-से बड़े दुश्मन का भी दिल जीत सकती है, दूसरी और घनिष्ठ मित्रों को भी अलग कर सकती हैं। वाणी का प्रयोग मनुष्य व्यंग्य करने के लिए भी कर सकता है और हंसने-बोलने के लिए भी। व्यक्ति के संपूर्ण जीवन में उसके बोल ही महत्वपूर्ण होते हैं। यदि आपके घर पर मेहमान आए और आपने उनके साथ दो मीठे शब्द न बोले, तो क्या वह दोबारा आपके घर आना पसंद करेंगे? और कहीं आपने मीठे वचन के स्थान पर कड़वे वचन बोल डाले, तब तो परोसे गए तरह-तरह के पकवान भी फीके लगने लगेंगे। इतिहास भी इस बात का साक्षी है कि द्रोपदी के कटु वचन ही माहाभारत का कारण बनें।
Similar questions