Nibandh on vyayam khel kud ka mahatva in 100 words
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व्यायाम का कोई एक विशेष रूप नहीं होता, अपितु शरीर के अनुसार ही व्यायाम करना उचित होता है। व्यायाम में आयु का विशेष ध्यान रखा जाता है। बच्चों के लिए रस्सी कूदना, विभिन्न प्रकार के खेल खेलना, योगासन करना व्यायाम के रूप हैं। जिमनास्टिक, तैराकी जैसे खेल भी व्यायाम के ही स्वरूप हैं। बच्चों के शरीर में विकास और वृद्धि तीव्र गति से होती है। अत: व्यायाम के द्वारा शरीर का विकास संतुलित रूप में हो सकता है। बच्चों के शरीर की अस्थि और माँस-पेशियां अपेक्षाकृत अधिक लचकदार होती है अत: वे सहजता से मुड़ सकती हैं। भार-तोलन जैसे व्यायाम में विशेष सावधानी रखना आवश्यक होती है। इसी प्रकार बच्चों के लिए दौड़ना भी व्यायाम का ही रूप है। युवावस्था में विभिन्न प्रकार के व्यायाम किए जा सकते हैं। खिलाड़ियों को भी व्यायाम की आवश्यकता होती है ताकि वे अपने शरीर का संतुलन बना कर रख सकें। इस अवस्था में योगाभ्यास के अतिरिक्त सभी प्रकार के खेलकूद, व्यायाम इस प्रकार के होने चाहिए जिसमें अधिक शरीरिक श्रम न करना पड़े। प्रात:काल का भ्रमण इस अवस्था के लिए सबसे अधिक उपयोगी व्यायाम है।
व्यायाम केवल पुरुषों के लिए नहीं होते है अपितु स्त्रियों के लिए भी विशेष प्रकार के व्यायाम उपयोगी होते हैं। केवल घर के काम करने से ही अथवा नित्य प्रति काम करने से व्यायाम नहीं होता। किसान जो अपने खेतों में हल चलाता है तथा मज़दूर हमेशा शारीरिक श्रम करता है, को भी व्यायाम की आवश्यकता होती है। व्यायाम के लिए किसी निश्चित समय का होना आवश्यक है। दिन-भर व्यायाम नहीं किया जा सकता तथा भोजन करने के तुरन्त बाद भी उचित नहीं होता।
व्यायाम केवल पुरुषों के लिए नहीं होते है अपितु स्त्रियों के लिए भी विशेष प्रकार के व्यायाम उपयोगी होते हैं। केवल घर के काम करने से ही अथवा नित्य प्रति काम करने से व्यायाम नहीं होता। किसान जो अपने खेतों में हल चलाता है तथा मज़दूर हमेशा शारीरिक श्रम करता है, को भी व्यायाम की आवश्यकता होती है। व्यायाम के लिए किसी निश्चित समय का होना आवश्यक है। दिन-भर व्यायाम नहीं किया जा सकता तथा भोजन करने के तुरन्त बाद भी उचित नहीं होता।
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■■व्यायाम और खेल-कूद का महत्व■■
व्यायाम और खेल-कूद का हर किसी के जीवन में बहुत महत्व है।व्यायाम और खेल-कूद करने से मनुष्य तंदुरुस्त और स्वस्थ बनता है।शारीरिक फायदों के साथ इनके मानसिक फायदे भी है।
खेल-कूद से हमारे शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य में सुधार होता है।खेल-कूद हमें अन्य लोगों के साथ संवाद करना सीखते है।
खेल हमें परिश्रम का महत्व सिखाता है,इससे हम अपने लक्ष्य को हासिल करने के लिए अधिक मेहनत करना सीखते है।खेल हमें अपने पराभव का नम्रता और शान के साथ स्वीकार करना सिखाता है।
रोज व्यायाम करने से हमारा मानसिक और शारीरिक स्वास्थ्य अच्छा बनता है।इससे हमारा शरीर तंदुरुस्त और मजबूत बनता है।
व्यायाम के बहुत सारे फायदे है,जैसे हमारी प्रतिरक्षा शक्ति बढ़ती है,काम करने के लिए हमारा उत्साह बढ़ता है,हम बीमारियों से दूर रहते है,हमारा मन प्रसन्न रहता है।
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