niler opor beshe chola nowka
Answers
Answered by
1
Answer:
क़ उच्चारण की दृष्टि से यह अलिजिह्वीय, अघोष, अल्पप्राण स्पर्श है। अरबी-फ़ारसी से आगत शब्दों में इस ध्वनि का प्रयोग किया जाता है। हिंदी वर्णमाला में यह अभी तक सम्मिलित नहीं किया गया है।
क ख ग [सं-पु.] {ला-अ.} किसी बात का आरंभिक या शुरुआती ज्ञान, जैसे- मुझे शास्त्रीय गायन का 'क ख ग' भी नहीं आता।
क1 हिंदी वर्णमाला का व्यंजन वर्ण। उच्चारण की दृष्टि से यह कोमल तालव्य, अघोष, अल्पप्राण स्पर्श है। संस्कृत में इसे कंठ्य माना गया है।
क2 [परप्रत्य.] यह प्रत्यय तत्सम क्रियाओं के बाद लगकर 'करने वाला' अर्थ देता है, जैसे- चालक, पालक, पाठक आदि।
कँकड़ीला [वि.] 1. कंकड़ों से भरा हुआ; पथरीला 2. जहाँ कंकड़ फैले हों (जगह या रास्ता) 3. किरकिरा; रेतीला।
Similar questions
Geography,
2 months ago
Math,
2 months ago
Social Sciences,
6 months ago
English,
6 months ago
Social Sciences,
11 months ago
English,
11 months ago