Nirasha ke badal fat jaane ka kya parinaam hota hai bade bhai sahab class 10th hindi chapter
Answers
निराशा के बादल छंटने का अर्थ होता है, दुख और निराशा से निकल आना।
बड़े भाई साहब पाठ में जब लेखक यानी छोटे भाई का मन निराश हो जाता था तो उस पर निराशा के बादल छा जाते थे और वह खुद को दुखी महसूस करता था। लेकिन थोड़ी देर बाद जब निराशा के बादल छंट जाते तो वह जोश में आकर इरादा करता कि आगे से खूब जी लगाकर पढ़ाई करूंगा। इस तरह वह लगन पूर्वक पढ़ाई करने का निश्चय करके एक टाइम टेबल तैयार करता था ताकि उसके अनुसार पढ़ाई कर सके।
किसी पर निराशा के बादल छा जाते हैं और जब वो निराशा से बाहर निकलकर आशावान बनता है,तब ऐसा कहा जाता है कि निराशा के बादल छंटगए।
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I want 20 muhavare of chapter bade bhai sahab with their meaning and sentences
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Explanation:
बड़े भाई साहब पाठ में जब लेखक यानी छोटे भाई का मन निराश हो जाता था तो उस पर निराशा के बादल छा जाते थे और वह खुद को दुखी महसूस करता था। लेकिन थोड़ी देर बाद जब निराशा के बादल छंट जाते तो वह जोश में आकर इरादा करता कि आगे से खूब जी लगाकर पढ़ाई करूंगा। इस तरह वह लगन पूर्वक पढ़ाई करने का निश्चय करके एक टाइम टेबल तैयार करता था ताकि उसके अनुसार पढ़ाई कर सके।
किसी पर निराशा के बादल छा जाते हैं और जब वो निराशा से बाहर निकलकर आशावान बनता है,तब ऐसा कहा जाता है कि निराशा के बादल छंटगए।