Hindi, asked by pinkee6263, 1 month ago

o महादेवी वर्मा वेदिना
कविहिनी" झा कथन की समीक्षा कीजिऐ​

Answers

Answered by avdheshjoshi2912
1

Answer:

konsa chapter mark me as brainlest

Answered by RamGoud192
0

Explanation:

महादेवी के काव्य का प्राण तत्व उनकी वेदना और पीड़ा रहे। वे स्ंवय लिखती है,' दुःख मेरे निकट जीवन का ऐसा काव्य है जो सारे संसार को एक सूत्र में बांधने की क्षमता रखता है। ' 1 महादेवी की विरह वेदना में परम तत्व की अभिव्यक्ति दिखाई देती है। उनके काव्य का मुख्य प्रतिपाद्य प्रिय से बिछुडना और उसे खोजने की आतुरता है।

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