Science, asked by dileepkrmadhukar, 10 months ago

ऑक्सीजन और कार्बन डाइऑक्साइड का संतुलन बनाए रखने में वनों के योगदान को समझाइए।​

उत्तर : चूँकि हम सभी जानते हैं कि सभी जीव-जन्तु श्वसन में ऑक्सीजन लेते हैं
और कार्बन डाइऑक्साइड बाहर मुक्त करते हैं। इसमें ऑक्सीजन की विशाल मात्रा
प्रयुक्त होती है। और कार्बन डाइऑक्साइड की विशाल मात्रा वायुमंडल में मुक्त होती है।
इस प्रकार ऐसा प्रतीत होता है कि वायु में ऑक्सीजन का अनुपात घटना चाहिए और
कार्बन डाइऑक्साइड का अनुपात बढ़ना चाहिए, लेकिन ऐसा होता नहीं है। वायु में
इनका अनुपात लगभग स्थिर रहता है।

इसका कारण यह है कि वनों में बहुत-से पेड़-पौधे पाए जाते हैं। पौधे प्रकाश
संश्लेषण की क्रिया द्वारा कार्बन डाइऑक्साइड का उपयोग कर अपना भोजन स्वयं बनाते
हैं और वायु में ऑक्सीजन मुक्त करते हैं। पौधे श्वसन में ऑक्सीजन का उपयोग करते
है, लेकिन अपने द्वारा प्रयुक्त ऑक्सीजन की तुलना में प्रकाश-संश्लेशण द्वारा अधिक
ऑक्सीजन मुक्त करते हैं। इसलिए हम कहते हैं कि पौधे ऑवसीजन मुक्त करते हैं। यह
ऑक्सीजन शासन में और जीवों द्वारा प्रयुक्त ऑक्सीजन की कमी को पूरा करता है। इस
प्रकार वनों में प्रकाश संश्लेषण की क्रिया के कारण ऑक्सीजन तथा कार्बन डाइऑक्साइड का संतुलन वायुमंडल में बना रहता है।

Answers

Answered by Alokthakur2018
8

Answer:

ऑक्सीजन और कार्बन डाइऑक्साइड का संतुलन बनाए रखने में वनों के योगदान को समझाइए।

उत्तर : चूँकि हम सभी जानते हैं कि सभी जीव-जन्तु श्वसन में ऑक्सीजन लेते हैं

और कार्बन डाइऑक्साइड बाहर मुक्त करते हैं। इसमें ऑक्सीजन की विशाल मात्रा

प्रयुक्त होती है। और कार्बन डाइऑक्साइड की विशाल मात्रा वायुमंडल में मुक्त होती है।

इस प्रकार ऐसा प्रतीत होता है कि वायु में ऑक्सीजन का अनुपात घटना चाहिए और

कार्बन डाइऑक्साइड का अनुपात बढ़ना चाहिए, लेकिन ऐसा होता नहीं है। वायु में

इनका अनुपात लगभग स्थिर रहता है।

इसका कारण यह है कि वनों में बहुत-से पेड़-पौधे पाए जाते हैं। पौधे प्रकाश

संश्लेषण की क्रिया द्वारा कार्बन डाइऑक्साइड का उपयोग कर अपना भोजन स्वयं बनाते

हैं और वायु में ऑक्सीजन मुक्त करते हैं। पौधे श्वसन में ऑक्सीजन का उपयोग करते

है, लेकिन अपने द्वारा प्रयुक्त ऑक्सीजन की तुलना में प्रकाश-संश्लेशण द्वारा अधिक

ऑक्सीजन मुक्त करते हैं। इसलिए हम कहते हैं कि पौधे ऑवसीजन मुक्त करते हैं। यह

ऑक्सीजन शासन में और जीवों द्वारा प्रयुक्त ऑक्सीजन की कमी को पूरा करता है। इस

प्रकार वनों में प्रकाश संश्लेषण की क्रिया के कारण ऑक्सीजन तथा कार्बन डाइऑक्साइड का संतुलन वायुमंडल में बना रहता है।

Answered by kritikaharshita10127
0

Answer:

ऑक्सीजन और कार्बन डाइऑक्साइड का संतुलन बनाए रखने में वनों के योगदान को समझाइए।

उत्तर : चूँकि हम सभी जानते हैं कि सभी जीव-जन्तु श्वसन में ऑक्सीजन लेते हैं

और कार्बन डाइऑक्साइड बाहर मुक्त करते हैं। इसमें ऑक्सीजन की विशाल मात्रा

प्रयुक्त होती है। और कार्बन डाइऑक्साइड की विशाल मात्रा वायुमंडल में मुक्त होती है।

इस प्रकार ऐसा प्रतीत होता है कि वायु में ऑक्सीजन का अनुपात घटना चाहिए और

कार्बन डाइऑक्साइड का अनुपात बढ़ना चाहिए, लेकिन ऐसा होता नहीं है। वायु में

इनका अनुपात लगभग स्थिर रहता है।

इसका कारण यह है कि वनों में बहुत-से पेड़-पौधे पाए जाते हैं। पौधे प्रकाश

संश्लेषण की क्रिया द्वारा कार्बन डाइऑक्साइड का उपयोग कर अपना भोजन स्वयं बनाते

हैं और वायु में ऑक्सीजन मुक्त करते हैं। पौधे श्वसन में ऑक्सीजन का उपयोग करते

है, लेकिन अपने द्वारा प्रयुक्त ऑक्सीजन की तुलना में प्रकाश-संश्लेशण द्वारा अधिक

ऑक्सीजन मुक्त करते हैं। इसलिए हम कहते हैं कि पौधे ऑवसीजन मुक्त करते हैं। यह

ऑक्सीजन शासन में और जीवों द्वारा प्रयुक्त ऑक्सीजन की कमी को पूरा करता है। इस

प्रकार वनों में प्रकाश संश्लेषण की क्रिया के कारण ऑक्सीजन तथा कार्बन डाइऑक्साइड का संतुलन वायुमंडल में बना रहता है।

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