ऑक्सीजन स्तर बढ़ाने के लिए हम क्या क्या कर सकते हैं
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कोरोना के गंभीर मरीजों में ऑक्सीजन का स्तर कम हो जा रहा है, जिस कारण उन्हें बेचैनी व छटपटाहट हो रही है। ऑक्सीजन लेवल ज्यादा नीचे जाने से लोगों की मौत भी हो रही है। ऐसे में ऑक्सीजन लेवल बेहतर रहना बहुत जरूरी है। बता दें कि सिर्फ कोरोना के मरीज ही नहीं, फेफड़ों की बीमारी से ग्रस्त लोगों को भी सांस लेने में दिक्कत हो सकती है। हेल्थ एक्सपर्ट्स बताते हैं कि जो लोग क्रॉनिक ऑब्सट्रक्टिव पल्मनरी डिजीज से पीड़ित होते हैं, उन्हें ब्रीदिंग प्रॉब्लम होने लगती हैं। ऐसे में आइए जानते हैं कुछ प्राकृतिक उपाय जिनसे ऑक्सीजन लेवल बढ़ाया जा सकता है –
1. डाइट में लाएं बदलाव: स्वास्थ्य विशेषज्ञों के मुताबिक एंटी-ऑक्सीडेंट्स शरीर को ऑक्सीजन के इस्तेमाल के लिए प्रेरित करता है जिससे बॉडी में इसका स्तर बढ़ता है। इसलिए एक्सपर्ट्स डाइट में इस पोषक तत्व से भरूपर खाद्य पदार्थों को शामिल करने की सलाह देते हैं। आप ब्लूबेरीज, क्रैनबेरीज, लाल राजमा, स्ट्रॉबेरीज, प्लम और ब्लैकबेरीज का सेवन जूस या स्मूदी के रूप में कर सकते हैं। इसके अलावा, विटामिन एफ हीमोग्लोबिन में ऑक्सीजन की मात्रा को बढ़ाता है। ये विटामिन सोयाबीन, अलसी के बीज और अखरोट में प्रचुर मात्रा में पाए जाते हैं।
2. एक्टिव रहें: स्वस्थ शरीर के लिए एक्सरसाइज बहुत जरूरी है, महज कुछ दूर टहलने से भी आप बेहतर महसूस करेंगे। अमेरिकन हार्ट एसोसिएशन के मुताबिक रोजाना 30 मिनट चलने से सर्कुलेट्री सिस्टम अच्छे से कार्य करता है।
3. बदलें सांस लेने का तरीका: सांस संबंधी दिक्कतों से बचने के लिए फेफड़ों का सही कार्य करना जरूरी है। हेल्थ एक्सपर्ट्स का मानना है कि लोगों के सांस लेने का तरीका भी फेफड़ों के स्वास्थ्य को प्रभावित करता है। हाल में ही इस बात का खुलासा हुआ है कि बीमार लोग ऊपरी छाती से सांस लेते हैं जिससे ज्यादा हवा अंदर जाती है और शरीर में ऑक्सीजन का स्तर कम हो जाता है। इसके उलट, सांस लेने का सही तरीका है कि लोग धीरे-धीरे डायाफ्राम से नाक के जरिये सांस लें।
4. साफ हवा में रहें: हवा की खराब गुणवत्ता भी सांस संबंधी दिक्कतें पैदा करती हैं। इसलिए घर या जहां भी आप हैं वहां साफ हवा की सुविधा होनी चाहिए। वर्तमान समय में मार्केट में कई एयर प्योरिफाइर मौजूद हैं जो सभी प्रकार की गंदगी को फिल्टर कर देता है।
5. हाइड्रेटेड रहें: मानव शरीर में 60 परसेंट पानी होता है, ये शरीर की कोशिकाओं को विकसित होने में मदद करता है और बॉडी टेम्प्रेचर को रेगुलेट करता है। विशेषज्ञ मानते हैं कि फिल्टर्ड वॉटर पीने से हाइड्रेशन और ऑक्सीजनेशन बेहतर होता है। वहीं, कोशिश करें कि चाय-कॉफी, एल्कोहल व हाई सोडियम फूड्स शरीर को डीहाइड्रेट करता है। ऐसे में इसके सेवन से बचें।