ऑकडा मॉडल से क्या
तात्पर्य है, इनके प्रकारों का वर्णन कीजिए
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Answers
Explanation:
भौगोलिक शोध या अनुसंधान में प्रयुक्त आंकड़ों के प्रकार
किसी भी परिक्षण में सांख्यकीय विधियों के प्रयोग हेतु आंकड़े संग्रह किए जाते हैं। सांख्यकीय आंकड़ों के आभाव में सांख्यकीय विश्लेषण नहीं किया जा सकता है
अध्ययन या अनुसंधान में अनेक स्रोतो से आंकड़ें एकत्र किए जाते हैं। आधारभूत आंकड़ें विभिन्न दस्तावेजों (डॉक्युमेंट्स) अथवा प्राथमिक सर्वेक्षण द्वारा प्राप्त किए जाते हैं। अन्य विषयों के विपरीत भौगोलिक अध्ययन में अनेक स्रोतो के साथ साथ क्षेत्रीय अवलोकन से भी आंकड़ें एकत्र किए जाते हैं।
सांख्यकीय विश्लेषण हेतु प्रयुक्त आकड़े दो प्रकार के होते हैं – प्राथमिक आंकड़े (प्राइमरी डाटा) और द्वितीय आंकड़े (सेकेंडरी डाटा)।
प्राइमरी डाटा या प्राथमिक आंकड़े पहली बार अन्वेषकों अथवा गणनाकारों द्वारा संग्रह किए जाते हैं। प्रत्यक्ष रूप से पर्यवेक्षण द्वारा एकत्रित आंकड़े जो अपने मौलिक रूप में होते हैं जैसे जनसंख्या, उत्पादन की मात्रा, आदि। क्षेत्र अन्वेषण द्वारा अधिकांशतः प्राथमिक आंकड़े एकत्र किए जाते हैं।
सेकेंडरी डाटा या द्वितीय आंकड़े दूसरों द्वारा संग्रहित होते हैं और सामान्यतः पत्र पत्रिकाओं और अनुसन्धान प्रकाशनों में उपलब्ध होते हैं। प्राथमिक आंकड़े से गणना द्वारा द्वितीयक आंकड़े प्राप्त किए जाते हैं।