ऑनलाइन परीक्षा का अनुभव पर निबंध
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लॉकडाउन के इस कठिन वक़्त में जहाँ सभी विद्यालय और कॉलेज बंद है। स्कूल और कॉलेज के सभी कक्षाओं की पढ़ाई ऑनलाइन द्वारा संभव हो पाया है। विश्व के सभी विद्यार्थी ऑनलाइन शिक्षा का इस्तेमाल करके अपना अध्य्यन कर पा रहे है। ऑनलाइन शिक्षा का महत्व लोग आज अच्छे तरह से समझ पा रहे है। अगर आज ऑनलाइन माध्यम ना होता तो यह साल पढ़ाई अधूरी रह जाती और करोड़ो बच्चे पढ़ नहीं पाते।
ऑनलाइन शिक्षा के लिए तीव्र गति की इंटरनेट की ज़रूरत होती है जो शहरों और महानगरों में रहने वाले लोगो के लिए प्राप्त करना सरल है। लेकिन ग्रामीण क्षेत्रों में इंटरनेट उपलब्ध नहीं होता है। ऑनलाइन शिक्षा एक अनोखा और अद्भुत माध्यम है। आज लोग कई यूनिवर्सिटी और कई शहरों में जहां जाकर पढ़ नहीं सकते है। ऑनलाइन शिक्षा ने इस चीज़ को सरल बना दिया है। आप ऐसे विश्वविद्यालय में ऑनलाइन दाखिला ले सकते है और अपने मनपसंद विषय की पढ़ाई कर सकते है। इंटरनेट सस्ता हो गया है, इसलिए लोगो के घरो में उपलब्ध हो जाता है। ऑनलाइन शिक्षा आधुनिक ज़माने की शिक्षा का एक नया रूप है।
ऑनलाइन शिक्षा प्रदान करने के लिए शिक्षकों को यात्रा करके छात्रों को पढ़ाने के लिए गंतव्य स्थान तक जाना नहीं पड़ता है। इससे समय और पैसे की बचत होती है। छात्र एवंग शिक्षक अपने सुविधानुसार कभी भी पढ़ने और पढ़ाने का समय रख सकते है। सभी व्याख्यान और आवश्यक सामग्री ऑनलाइन प्लेटफ़ॉर्म के माध्यम से प्रदान की जाती हैं, ताकि छात्र आसानी से अपने घर पर आराम से पढ़ सके। विदेशो के कई अनुभवी शिक्षकों के लेक्चर को छात्र भारत या किसी भी देश में घर बैठे सुन और समझ सकते है। ऑनलाइन शिक्षा का एक और महत्व है, आप अपने ऑनलाइन क्लास की रिकॉर्डिंग कर सकते है। अगर आप कुछ भूल जाए तो बाद में उसे प्ले करके समझ सकते है। ऑनलाइन क्लास को रिकॉर्डिंग करने की वजह से छात्र अपने किसी प्रकार की शंका को दूर कर सकते है। अगले क्लास में विद्यार्थी उन अनसुलझे डाउट को अध्यापको से पूछ सकते है।
आजकल बच्चो को दूर जाकर कोचिंग करने की आवश्यकता नहीं है। ऑनलाइन क्लास द्वारा वह अपनी पढ़ाई पूरी कर पा रहे है। कई विश्विद्यालय के छात्र पढ़ाई ऑनलाइन करते है। ऑनलाइन परीक्षा देकर छात्र डिग्री भी हासिल कर लेते है। ऑनलाइन शिक्षा के कारण विद्यार्थी का बहुमुखी विकास हो रहा है। ऑनलाइन संगीत, नृत्य, योग, सिलाई, कढ़ाई, चित्रकारी और कई प्रकार की गतिविधियां सरलता से सीखी जा सकती है।
आज के इस मुश्किल कोरोना संकटकाल में विद्यार्थी अपने प्रतियोगी परीक्षाओ के लिए बाहर इंस्टिट्यूट जाने में असमर्थ है। ऑनलाइन शिक्षा ने इस मुश्किल को सरल बना दिया है। विद्यार्थी घर बैठे ही ऑनलाइन इन परीक्षाओ की तैयारी कर रहे है। विद्यार्थी अपने डिग्री कोर्स की पढ़ाई, परीक्षा की तैयारी सब ऑनलाइन क्लास की मदद से कर पा रहे। जो विद्यार्थी अपने अधूरे पढ़ाई को पूरा करने के लिए विदेश नहीं जा पा रहे है, वे घर बैठे ऑनलाइन विदेश के लोकप्रिय शिक्षा केन्द्रो से शिक्षा प्राप्त कर रहे है। ऑनलाइन क्लास द्वारा आप अपने आरामदायक समय के मुताबिक पढ़ाई कर सकते है।
एक आत्म-पुस्तक प्रणाली, ऑनलाइन शिक्षा के तहत होती है। यह विद्यार्थी को लक्ष्या के साथ प्रगति करने में सक्षम बनाती है। इस तरह की प्रणाली को लाइव सेशन में भाग लेने की आवश्यकता नहीं है। आप किसी भी समय उन सामग्रियों तक पहुँच सकते हैं जो आपके लिए ज़रूरी होती हैं। आप अपने सुविधा अनुसार ऑनलाइन पठन सामग्री को कभी भी पढ़ सकते है।
लॉकडाउन और कोरोना संकटकाल की इस विषम परिस्थिति में सिविल सेवा परीक्षा और मेडिकल की परीक्षाएं ऑनलाइन हो रही है। आधे से ज़्यादा महीने इस वर्ष २०२० में हमे सामाजिक दूरी का पालन करना पड़ा है और आनेवाले समय में इसका पालन कब तक करना पड़ेगा , वह पता नहीं। ऐसे समय में विद्यार्थियों और शिक्षा संस्थानों के लिए ऑनलाइन शिक्षा एक वरदान बनकर सामने आया है। लोगो का रुझान ऑनलाइन शिक्षा की तरफ ज़यादा बढ़ रहा है। कई जगह नौकरी करने वाले लोग अपनी आगे की पढ़ाई के लिए शिक्षा संस्थान जाने में असमर्थ है। इसलिए ऑनलाइन क्लास उनके लिए वरदान से काम नहीं है। गाँव में पढ़ने वाले बच्चो को इसकी ऑनलाइन शिक्षा की सुविधा नहीं मिल पा रही है। गाँव में रहने वाले परिवार के पास कंप्यूटर और इंटरनेट पर खर्च करने के लिए पैसे नहीं है। यही वजह है , गाँव में विद्यार्थी ऑनलाइन शिक्षा प्राप्त नहीं कर पा रहे है।
निष्कर्ष
ऑनलाइन सीखने के बारे में सबसे अच्छी बात यह है कि आप आराम से और तनाव रहित होकर सीख सकते हैं । आपको केवल सीखने के लिए जुनून की ज़रूरत है। एक त्वरित ऑनलाइन खोज की आवश्यकता है जो आपको सही पाठ्यक्रम तक ले जाएगी। ऑनलाइन शिक्षा का महत्व दिन प्रतिदिन बढ़ता चला जा रहा है। ऑनलाइन द्वारा आजकल लोग दफ्तरों के कार्य , घर पर बैठकर कर रहे है। कई बार कोचिंग इंस्टिट्यूट दूर होने की वजह से अभिभावक अपने बच्चो को भेज नहीं पाते थे। मगर अब यह परेशानी भी ऑनलाइन शिक्षा ने दूर कर दी है। ऑनलाइन शिक्षा से सिर्फ स्कूल या कॉलेज की शिक्षा ही नहीं बल्कि विभिन्न तरह की उच्च शिक्षा भी प्राप्त की जा सकती है। ऑनलाइन शिक्षा द्वारा व्यक्ति विभिन्न प्रकार के मार्केटिंग कोर्स जैसे डिजिटल , एफिलिएट मार्केटिंग इत्यादि कोर्स घर बैठे कर सकते है। ऑनलाइन शिक्षा द्वारा विद्यार्थी अध्यापक से किसी भी समय अपने समस्याओं को साझा कर सकते है। इसके लिए उन्हें इंस्टिट्यूट जाने की आवश्यकता नहीं होती।
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Answer:
ऑनलाइन शिक्षा वर्तमान युग में अत्यंत आवश्यक है, यह बात कोरोना काल में सिद्ध हो चुकी है। प्रत्येक व्यक्ति को कोरोना वायरस के कारण दुनिया में उत्पन्न संकटों के विषय में जानकारी है। इसी के चलते शिक्षा प्रणाली, औघोगिक प्रणाली एवं समस्त कार्य प्रणाली का विकास रुक चुका है। संपूर्ण विश्व में समय समय पर लॉकडाउन लगाया जा रहा है। कोरोना वायरस से बचाव के लिए केंद्रीय सरकार द्वारा देश में भी लॉकडाउन का आदेश दिया चुका है। ऐसे में स्कूल व कॉलेज जाने वाले छात्रों की पढ़ाई पर भी असर पड़ा है। इस स्थिति में छात्रों की पढ़ाई के लिए ऑनलाइन शिक्षा एक वरदान के रूप में उभर कर आई है। इसके माध्यम से तमाम छात्रों को अपनी पढ़ाई में सहायता मिली है। कोरोना काल की स्थिति में ऑनलाइन शिक्षा व्यवस्था के महत्व को कुशलता से समझा जा चुका है। ऑनलाइन शिक्षा व्यवस्था में अनेक नुक़सान होते हुए भी इसकी कमी को सुधारने का प्रयास किया जा रहा है तथा इस व्यवस्था को हर छात्र तक पहुंचाने का लक्ष्य तैयार किया जा रहा है।
आज की वर्तमान स्थिति में बच्चे स्कूल और कॉलेजों में शिक्षा प्राप्त नहीं कर पा रहे है लेकिन ऑनलाइन शिक्षा ने रास्ता काफी आसान कर दिया है। बच्चे निश्चिंत होकर घर पर अपनी पढ़ाई पूरी कर पा रहे है। कुछ बच्चे दूर शिक्षकों के घर या कोचिंग संगठनों में जाकर पढ़ाई नहीं कर पाते है। वह ऑनलाइन शिक्षा के माध्यम से अपनी पढ़ाई पूरी करते है और परीक्षा देकर ऑनलाइन डिग्री हासिल कर लेते है। आजकल ज़्यादातर प्रोफेशनल कोर्सेज ऑनलाइन होती है। विद्यार्थी ऑनलाइन पढ़ते है और ऑनलाइन परीक्षा देकर अपनी निश्चित डिग्री प्राप्त कर लेते है।
ऑनलाइन शिक्षा से हम सिर्फ भारत में ही नहीं विदेशों में दी जाने वाली ज़रूरी शिक्षा हासिल कर लेते है। इससे हमारा ज्ञान काफी विकसित होता है। ऑनलाइन शिक्षा की वजह से विद्यार्थियों को कहीं जाना नहीं पड़ता और इससे यात्रा के समय की बचत हो जाती है | अपने सुविधा अनुसार छात्र वक़्त का चुनाव कर ऑनलाइन क्लासेज में शामिल हो जाते है।
ऑनलाइन शिक्षा में विद्यार्थी शिक्षक द्वारा ली गयी क्लास को रिकॉर्ड कर सकते है। जिससे कक्षा के पश्चात विद्यार्थी रिकॉर्डिंग को पुनः सुन सकते है और कहीं शंका हो तो बेझिजक शिक्षक से दूसरे क्लास में पूछ सकते है | इससे संकल्पना यानी कांसेप्ट छात्रों को समझ आ जाता है। ऑनलाइन शिक्षा में किसी प्रकार की विषय संबंधित समस्या हो तो शिक्षक से ऑनलाइन पूछ सकते है। इसके लिए कहीं जाने की ज़रूरत नहीं है।ऑनलाइन पढ़ाने के लिए शिक्षक ने कुछ कार्यक्रमों को फ़्लैश कार्ड और गेम जैसे बनाया है जो छात्र के सीखने के अनुभव को बढ़ाता है।
सिविल सेवा परीक्षा और इंजीनियरिंग और मेडिकल जैसी पढ़ाई शिक्षा संस्थानों में नहीं बल्कि ऑनलाइन हो रही है। यह कहना मुश्किल है कि कोरोना काल कब तक चलेगा और इसलिए विद्यार्थीओ को समाजिक दूरी का पालन करना अनिवार्य है | इस परिस्थिति में ऑनलाइन शिक्षा एक बेहतर विकल्प है। आज कल तेज़ी से बढ़ती हुयी दुनिया के पास समय की कमी है और वेब के माध्यम से दी जाने वाली सभी सेवाएं लोकप्रियता प्राप्त कर रही है।
ऑनलाइन शिक्षा की तरफ लोग ज़्यादा पैमाने में आकर्षित हो रहे है क्यूंकि यह सुविधाजनक होने के संग ,पैसे और समय बचाता है। कुछ बच्चे जो ग्रामीण परिवार से जुड़े जहाँ ऑनलाइन शिक्षा का प्रचलन नहीं है। उनके पास कंप्यूटर और इंटरनेट की सुविधा इत्यादि नहीं है। वह ऑनलाइन शिक्षा प्राप्त करने में असमर्थ है।हर परिवार इंटरनेट का खर्चा नहीं उठा पाता है इसलिए लॉकडाउन जैसी परिस्थितियों में उन छात्रों को मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा है।
ऑनलाइन शिक्षा के कई ऐसे लोकप्रिय लर्निंग एप्प है जैसे बाईजूस ,मेरिटनेशन जिसमे सीबीएसई के पाठ्यक्रम की सभी कक्षा की विषय समाग्री मौजूद है जिसके ज़रिये बच्चे वीडियोस देखकर मुश्किल पाठ को आसानी से समझ सकते है। ऑनलाइन शिक्षा प्रणाली को दिलचस्प बनाने के लिए हर शिक्षक बेहतरीन टूल्स का इस्तेमाल करता है ताकि बच्चो को सीखने में आसानी हो।
ऑनलाइन शिक्षा की बढ़ती आवश्यकता :
वर्तमान युग में मनुष्य एक सफल तकनीकी युग में प्रवेश कर चुका है। सभी कार्य तकनीकी मदद से सरलता पूर्वक सम्पन्न किए जा रहे हैं। इसके अतिरिक्त शिक्षा के क्षेत्र में भी विभिन्न तकनीकी उपकरणों के माध्यम से शिक्षा प्रदान की जाने लगी है। ऑनलाइन शिक्षा प्रणाली का आरंभ सन् 1993 में हुआ था। इंटरनेट का प्रयोग बढ़ने के साथ साथ ऑनलाइन शिक्षा प्रणाली को भी हवा मिलने लगी। इस वर्ष ऑनलाइन शिक्षा प्रणाली को वैध निर्धारित किया जा चुका है। बच्चों को घर बैठे सरलता से अध्ययन सामग्री उपलब्ध कराने के लिए ऑनलाइन शिक्षा प्रणाली का ही प्रयोग किया जा रहा है। धीरे धीरे संपूर्ण शिक्षा व्यवस्था ऑनलाइन शिक्षा प्रणाली के अन्तर्गत निर्भर होने लगी, ऐसी स्थिति में ऑनलाइन शिक्षा प्रणाली प्रत्येक छात्र की अहम जरूरत बनना शुरू हो गई है। इसके अतिरिक्त ऑनलाइन शिक्षा प्रणाली के महत्वपूर्ण उपयोगों को देखते हुए यह प्रत्येक छात्र के लिए एक आवश्यक प्रणाली है।
ऑनलाइन शिक्षा के फायदे और नुकसान :
#फायदे –
ऑनलाइन शिक्षा प्रणाली के माध्यम से छात्र घर बैठे ही अपने अध्ययन से संबंधित सामग्री उपलब्ध कर लेता है। प्रश्न से संबंधित कई रूप में उत्तर ज्ञात करने में सुविधा हो जाती हैं।
ऑनलाइन शिक्षा के माध्यम से नृत्य, गायन, कुकिंग, सिलाई, कड़ाई, कला से संबंधित इत्यादि गतिविधियों को सीखा जा सकता है