ऑनलाइन परीक्षा में कदाचार न अपनाने की सलाह देते हुए अपने छोटे भाई के पास एक पत्र लिखिए।।
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शनिवार को प्रथम पाली में हाईस्कूल विज्ञान की परीक्षा थी। जिलाधिकारी से शिकायत की गई कि पंड़ित शंभूनाथ इंटर कॉलेज में परीक्षार्थी हरिकेश की परीक्षा कोई दूसरा परीक्षार्थी दे रहा है। इस पर एसडीएम अनिल कुमार कटियार कॉलेज पहुंचे। उन्होंने परीक्षार्थी हरिकेश की जांच की तो हरिकेश के स्थान पर उसके छोटे भाई संदेश कुमार को परीक्षा देते पाया। संदेश पहले तो अपने आपको हरिकेश बताता रहा, लेकिन जब एसडीएम ने उस पर दबाव बनाया तो सब कबूल गया। एसडीएम के निर्देश पर केंद्र व्यवस्थापक राजबहादुर यादव ने छात्र के विरुद्ध थाना घिरोर में रिपोर्ट दर्ज कराई है।
हरिकेश को पास कराने को संदेश दे रहा था परीक्षा
परीक्षार्थी हरकेश हाईस्कूल में पिछले साल फेल हो गया था। उसने इस बार एसबीएन इंटर कॉलेज नगला मंगली से हाईस्कूल की परीक्षा के लिए आवेदन किया। परीक्षा में हरिकेश के फेल होने के भय से छोटे भाई संदेश ने प्रधानाचार्य से मिलकर हरिकेश के प्रवेश पत्र पर फोटो के स्थान पर अपना फोटो सत्यापित करा लिया। दोनों सगे भाई होने के कारण फोटो मिलान भी खा रहा था, लेकिन जब शिकायत हुई तो एसडीएम ने फर्जीवाड़े में पकड़ लिया।
पंडित शंभूनाथ इंटर कॉलेज से उपजिलाधिकारी ने एक परीक्षार्थी को दूसरे छात्र की जगह परीक्षा देते हुए पकड़ा। परीक्षार्थी का फोटो बदला गया था। इस मामले में परीक्षा केंद्र और परीक्षार्थी के मूल विद्यालय दोनों की जांच कराई जाएगी।
मनोज कुमार वर्मा, जिला विद्यालय निरीक्षक
प्रधानाचार्यों की संलिप्ता की होगी जांच
पंडित शंभूनाथ इंटर कॉलेज में भाई की परीक्षा देते पकड़े गए युवक के मामले में दोनों ही कॉलेजों के प्रधानाचार्य जांच के घेरे में आ गए हैं। परीक्षार्थी हरिकेश के प्रवेशपत्र पर संदेश का फोटो अलग से प्रधानाचार्य एसबीएन इंटर कॉलेज के हस्ताक्षर से सत्यापित पाया गया। डीआईओएस मनोज कुमार वर्मा ने कहा कि दोनों ही स्कूलों की जांच कराई जाएगी। यदि एसबीएन इंटर कॉलेज के प्रधानाचार्य ने फोटो प्रवेशपत्र पर सत्यापित किया था तो सचिव के निर्देश पर परीक्षा केंद्र पर उपलब्ध सीट का फोटो सत्यापित क्यों नहीं किया गया। पंडित शंभूनाथ इंटर कॉलेज के प्रधानाचार्य ने परीक्षा केंद्र पर उपलब्ध सीट पर फोटो सत्यापित न होने की दशा में आखिर किस प्रकार से संदेश को परीक्षा में बैठने दिया गया। इस पूरे मामले की जांच होगी। दोनों ही कॉलेजों की स्थिति संदेह के घेरे में है।