ऑनलाइन शिक्षक के द्वारा में विद्यार्थी का कर्तव्य in Hindi please tell me fast
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शिक्षक-विद्यार्थी के बीच प्रेमपूर्ण शिष्टाचार की पहचान हमारी संस्कृति रही है। किसी भी बच्चों को प्रारंभिक काल से ही अक्षर ज्ञान प्रदान करने वाले शिक्षकों का गुरु के रूप में पूजे जाने की सीख मिलती रही है। शिक्षक बच्चों का भविष्य संवारने में अपना जीवन गुजार देते हैं। छात्रों के तरक्की के मार्ग पर सदा आगे बढ़ते रहने से शिक्षक आह्लादित होते हैं। ऐसे शिक्षकों का सम्मान छात्र-छात्राओं का नैतिक धर्म बनता है। इस धर्म का निर्वाह करते हुए प्रतिवर्ष पांच सितंबर को छात्र-छात्राओं द्वारा अपने शिक्षकों के प्रति कृतज्ञता व्यक्त करने से नहीं चूकते। आइये इस वर्ष शिक्षक दिवस पर शिक्षकों की सेवा-सम्मान का संकल्प ले।
ऑनलाइन शिक्षा पद्धति के सकारात्मक पहलू :
शिक्षा के सहारे ही समाज का समुचित विकास संभव है। इसके लिए शिक्षण संस्थानों के साथ-साथ शिक्षकों के मापदंडों में आमूल परिवर्तन की जरूरत वर्षों से महसूस की जाती रही है। नई शिक्षा नीति से शिक्षा व्यवस्था में व्यापक बदलाव की उम्मीद है। कोरोना काल में शिक्षण संस्थानों का संचालन ठप रहने के बीच ऑनलाइन शिक्षा पद्धति शिक्षा के विकास में सकारात्मक पहलू सामने आया है। ऑनलाइन शिक्षा व्यवस्था से शिक्षा में व्याप्त अराजकता में कमी आई है। हालांकि, आर्थिक रूप से कमजोर बच्चों को ऑनलाइन शिक्षा से वंचित होना पड़ा है।
'गुरु के रूप में मेरे शिक्षक सम्माननीय अभिभावक के समान हैं। उनका प्यार गुरु तुल्य होता है। अपने शिक्षकों के सम्मान की हर पल तमन्ना होती है। शिक्षक बच्चों का भविष्य का निर्माण करते हैं। वे हमारे प्रेरणास्त्रोत हैं। शिक्षकों को मेरा नमन है।
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