ओजोन का स्तर किस तरह विघटन हो रहा है समझाओ
Answers
Answer:
वायुमंडल में ओजोन की मात्रा मानवीय एवं प्राकृतिक कारणों से लगातार बदलती रहती है। यह मौसम, वायु प्रवाह तथा अन्य कारकों पर निर्भर है। करोड़ों वर्षों से प्रकृति ने इसका एक स्थाई संतुलन स्थापित कर लिया है। लेकिन आज कुछ मानवीय क्रिया कलाप ओजोन परत को क्षति पहुंचाकर तथा वायुमंडल की ऊपरी सतह में इसकी मात्रा को कम कर रहे हैं।
Explanation:
sumit_love14
Explanation:
वायुमंडल में ओजोन की मात्रा मानवीय एवं प्राकृतिक कारणों से लगातार बदलती रहती है। यह मौसम, वायु प्रवाह तथा अन्य कारकों पर निर्भर है। करोड़ों वर्षों से प्रकृति ने इसका एक स्थाई संतुलन स्थापित कर लिया है। लेकिन आज कुछ मानवीय क्रिया कलाप ओजोन परत को क्षति पहुंचाकर तथा वायुमंडल की ऊपरी सतह में इसकी मात्रा को कम कर रहे हैं। वायुमंडल की ऊपरी सतह में ओजोन की मात्रा का कम होना ओजोन क्षरण या ओजोन विहीनता कहलाता है। जिन रसायनों के कारण यह स्थिति उत्पन्न होती है वे ओजोन क्षरण पदार्थ कहलाते हैं, जिनमें मुख्य है - क्लोरोफ्लोरो कार्बन, हैलोन, कार्बन टेट्राक्लोराइड, मिथाइल क्लोरोफार्म, मिथाइल ब्रोमाईड इत्यादि।
ओजोन परत में रिक्तियों या छिद्रों का निर्माण, अल्ट्रा वायलट (पराबैंगनी) विकिरण को आसानी से वायुमंडल में आने का मार्ग प्रदान कर देता है। इसके प्रभाव से मानव के स्वास्थ्य पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ता है। यह हमारे शरीर के प्रतिरोधी तंत्र को कमजोर कर सकता है, जिससे बीमारियां हमें आसानी से अपने प्रकोप में ले सकती हैं। पराबैंगनी विकिरण कैंसर का कारण है साथ ही हमारे नेत्रों पर भी कुप्रभाव डालते हैं।