ओलिम्पिक खेलों का पुनः प्रारम्भ फ़्रांस के शिक्षा-शास्त्री पियरे- डी-कुबेर्टन को जाता है। वे ऐसा मानते थे की मानसिक और शारीरिक विकास एक ही सिक्के के दो पहलू है । कुबेर्टन ने अमेरिका और यूरोप की शिक्षा प्रणालियों का अध्ययन कियावे ओलिम्पिक भी गए जहां पर जर्मन और फ्रेंच पुरावेत्ता खुदाई का काम कर रहे थे, खेलों मे उनकी दिलचस्पी और बढ़ी, किन्तु वे खेलो को व्यवसाय नहीं बनाना चाहते थे। उनके मन मे एक योजना थी की हर 4 वर्षों मे दुनिया भर के देशों के खिलाड़ी एक स्थान पर एकत्र हो और अपने खेल का प्रदर्शन करें , और ये खेल प्रतियोगिता सारी दुनिया मे जानी जाए । शूरु मे लोगों ने उनकी बात पर ध्यान नही दिया, किन्तु 16 जून 1896 को उन्होने अमेरिका,इंग्लैंड, फ़्रांस स्वीडन रूस, यूनान आदि देशों के प्रतिनिधियों से बात चीत करके एक योजना बनाई । इस प्रकार उनके प्रयासों से ही अंतराष्ट्रीय खेल प्रतियोगिता ओलिम्पिक खेल की शुरुआत हुई ।
1 खेलों का मस्तिष्क पर कैसा प्रभाव पड़ता है?
क) अच्छा
ख) नकारात्मक
ग) सकारात्मक
2गदयांश का उचित शीर्षक लिखिए ।
क) ओलिम्पिक
ख) कुबर्टीन के प्रयास
ग) नई शुरुआत
घ) कोई नही
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Explanation:
1) sakaratmak
2)olympic
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Answer:
1 option b
2 answer option a
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m
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