Accountancy, asked by tomeshk107, 8 months ago

(Or)
उन प्रमुख मदों का संक्षेप में वर्णन कीजिए जो एक सार्वजनिक र
कम्पनी के चिट्टे के निर्धारित फॉर्म में उपस्थित होते हैं।​

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Answered by Anonymous
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  • भारत मॆ कंपनी अधिनियम की धारा 609 के तहत नियुक्‍त कंपनी रजिस्‍ट्रार (आरओसी) जिनके अंतर्गत विभिन्‍न राज्‍य और संघ राज्‍य क्षेत्र आते हैं, का मुख्‍य कार्य संबंधित राज्‍यों और संघ राज्‍य क्षेत्रों में निर्मित कंपनियों को रजिस्‍टर करना है और यह सुनिश्चित करना है कि ऐसी कंपनियाँ अधिनियम के तहत सांविधिक अपेक्षाओं का अनुपालन करे। ये कार्यालय उनके पास रजिस्‍टर की गई कंपनियों संबंधी रिकॉर्डों के रजिस्‍ट्री (पंजी कार्यालय) के रूप में कार्य करते हैं, ये रिकॉर्ड जनता द्वारा निर्धारित शुल्‍क के भुगतान पर निरीक्षण हेतु उपलब्‍ध हैं।

भारत मॆ कंपनी अधिनियम की धारा 609 के तहत नियुक्‍त कंपनी रजिस्‍ट्रार (आरओसी) जिनके अंतर्गत विभिन्‍न राज्‍य और संघ राज्‍य क्षेत्र आते हैं, का मुख्‍य कार्य संबंधित राज्‍यों और संघ राज्‍य क्षेत्रों में निर्मित कंपनियों को रजिस्‍टर करना है और यह सुनिश्चित करना है कि ऐसी कंपनियाँ अधिनियम के तहत सांविधिक अपेक्षाओं का अनुपालन करे। ये कार्यालय उनके पास रजिस्‍टर की गई कंपनियों संबंधी रिकॉर्डों के रजिस्‍ट्री (पंजी कार्यालय) के रूप में कार्य करते हैं, ये रिकॉर्ड जनता द्वारा निर्धारित शुल्‍क के भुगतान पर निरीक्षण हेतु उपलब्‍ध हैं।विभिन्‍न राज्‍यों में कंपनियों के रजिस्‍ट्रार मुख्‍य रूप से कंपनी के निगमीकरण, कंपनियों के नाम परिवर्तन, वित्‍तीय वर्ष परिवर्तन, कंपनियों के निजी से सार्वजनिक और इसके रुपांरण, कंपनियों के नामों को काटने और कंपनियों के विरुद्ध यूक संबंधी कार्रवाई का कार्य करते हैं।

भारत मॆ कंपनी अधिनियम की धारा 609 के तहत नियुक्‍त कंपनी रजिस्‍ट्रार (आरओसी) जिनके अंतर्गत विभिन्‍न राज्‍य और संघ राज्‍य क्षेत्र आते हैं, का मुख्‍य कार्य संबंधित राज्‍यों और संघ राज्‍य क्षेत्रों में निर्मित कंपनियों को रजिस्‍टर करना है और यह सुनिश्चित करना है कि ऐसी कंपनियाँ अधिनियम के तहत सांविधिक अपेक्षाओं का अनुपालन करे। ये कार्यालय उनके पास रजिस्‍टर की गई कंपनियों संबंधी रिकॉर्डों के रजिस्‍ट्री (पंजी कार्यालय) के रूप में कार्य करते हैं, ये रिकॉर्ड जनता द्वारा निर्धारित शुल्‍क के भुगतान पर निरीक्षण हेतु उपलब्‍ध हैं।विभिन्‍न राज्‍यों में कंपनियों के रजिस्‍ट्रार मुख्‍य रूप से कंपनी के निगमीकरण, कंपनियों के नाम परिवर्तन, वित्‍तीय वर्ष परिवर्तन, कंपनियों के निजी से सार्वजनिक और इसके रुपांरण, कंपनियों के नामों को काटने और कंपनियों के विरुद्ध यूक संबंधी कार्रवाई का कार्य करते हैं।एक प्राइवेट लिमिटेड अथवा एक पब्लिक लिमिटेड कंपनी रजिस्‍टर कराने हेतु जिन चरणों का पालन किया जाना हैं, वे यहाँ सूचीबद्ध है।

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