औपचारिक पत्र
लाउडस्पीकरो के शोर से होने वाली परेशानी
Answers
सेवा में ,
श्रीमान वरिष्ठ संस्थापक महोदय जी ,
दैनिक जागरण ,
हजरतगंज ,
लखनऊ।
विषय – लाउडस्पीकर पर रोक लगवाने के लिए प्रार्थना पत्र।
महोदय जी ,
निवेदन यह है कि आजकल लाउडस्पीकरों का दुरूपयोग बहुत अधिक बढ़ गया है। आपके दैनिक समाचार पत्र द्वारा मैं स्थानीय प्रशासन को यह सूचित करना चाहता हूँ कि आज कल हमारे मोहल्ले में लाउडस्पीकरों का शोर बहुत अधिक बढ़ गया है।
दो विभिन्न संप्रदायों के पूजा स्थलों से सुबह चार बजे से रात ग्यारह बजे तक अबाध गति से ऊँची आवाज में लाउडस्पीकर बजते रहते हैं। ऐसा लगता है जैसे वे ऊँची आवाज में एक-दूसरे के साथ मुकाबला कर रहे हैं। हमारे मोहल्ले में कभी मंगलवार को तो कभी शनिवार को कीर्तन-भजन होते रहते हैं। इन दिनों में विद्यार्थियों की परीक्षाएं नजदीक होती हैं। सारी रात गाने चलते रहते हैं जिसकी वजह से बीमार लोगों को आराम नहीं मिल पाता है।
ऐसे समय में लाउडस्पीकरों का कानफोड देने वाला शोर सभी अध्धयन शील लोगों और विद्यार्थियों की पढाई में बहुत बाधा डाल रहा है। ये लाउडस्पीकर ध्वनि प्रदुषण को बढ़ा रहे हैं , जो हमारे कानों के लिए बहुत ही नुकसान दायक है। शोर की वजह से लोगों को अच्छी नींद नहीं मिल पाती है जिसकी वजह से दिन में लोगों का सामान्य रूप से काम करना बहुत अधिक कठिन हो गया है।
ऐसा करना सार्वजनिक हित के विरुद्ध और गैरकानूनी है। मैं आपके समाचार पत्र के माध्यम से लखनऊ पुलिस और संबंधित विभाग का ध्यान इस अव्यवस्था की तरफ आकर्षित करना चाहता हूँ और आशा करता हूँ कि इस शोरगुल को रुकवाने का तत्काल उपाय करें।
धन्यवाद
भवदीय ,
नाम -
पता –
दिनांक –
लाउडस्पीकर पर रोक लगाने के लिए पत्र
सेवा में ,
श्रीमान वरिष्ठ संस्थापक महोदय जी ,
दैनिक जागरण ,
हजरतगंज ,
लखनऊ।
विषय – लाउडस्पीकर पर रोक लगवाने के लिए प्रार्थना पत्र।
महोदय जी ,
निवेदन यह है कि आजकल लाउडस्पीकरों का दुरूपयोग बहुत अधिक बढ़ गया है। आपके दैनिक समाचार पत्र द्वारा मैं स्थानीय प्रशासन को यह सूचित करना चाहता हूँ कि आज कल हमारे मोहल्ले में लाउडस्पीकरों का शोर बहुत अधिक बढ़ गया है।
दो विभिन्न संप्रदायों के पूजा स्थलों से सुबह चार बजे से रात ग्यारह बजे तक अबाध गति से ऊँची आवाज में लाउडस्पीकर बजते रहते हैं। ऐसा लगता है जैसे वे ऊँची आवाज में एक-दूसरे के साथ मुकाबला कर रहे हैं। हमारे मोहल्ले में कभी मंगलवार को तो कभी शनिवार को कीर्तन-भजन होते रहते हैं। इन दिनों में विद्यार्थियों की परीक्षाएं नजदीक होती हैं। सारी रात गाने चलते रहते हैं जिसकी वजह से बीमार लोगों को आराम नहीं मिल पाता है।
ऐसे समय में लाउडस्पीकरों का कानफोड देने वाला शोर सभी अध्धयन शील लोगों और विद्यार्थियों की पढाई में बहुत बाधा डाल रहा है। ये लाउडस्पीकर ध्वनि प्रदुषण को बढ़ा रहे हैं , जो हमारे कानों के लिए बहुत ही नुकसान दायक है। शोर की वजह से लोगों को अच्छी नींद नहीं मिल पाती है जिसकी वजह से दिन में लोगों का सामान्य रूप से काम करना बहुत अधिक कठिन हो गया है।
ऐसा करना सार्वजनिक हित के विरुद्ध और गैरकानूनी है। मैं आपके समाचार पत्र के माध्यम से लखनऊ पुलिस और संबंधित विभाग का ध्यान इस अव्यवस्था की तरफ आकर्षित करना चाहता हूँ और आशा करता हूँ कि इस शोरगुल को रुकवाने का तत्काल उपाय करें।
धन्यवाद
भवदीय ,
सुभाष सिंह
24 , महात्मा गाँधी मार्ग ,
लखनऊ – 75 ।
दिनांक – 15 जनवरी , 2016