पं० बिलवासी मिश्र ने लाला झाऊलाल को संकट से किस प्रकार निकाल लियl
Answers
Answered by
1
Answer:
अन्नपूर्णानन्द की कहानी “अकबरी लोटा” एक हास्य पूर्ण कहानी है। लेखक ने कहानी को बहुत ही रोचंक तरीके से प्रस्तुत किया गया है और साथ के साथ बताया गया है कि परेशानी के समय में परेशान न होकर समझदारी से किस तरह से एक समस्या का हल निकाला जा सकता है और दूसरी बात इस कहानी में यह भी बताया गया है कि एक सच्चा मित्र ही मित्र के काम आता है और उसके लिए बहुत कुछ कर गुजर जाता है। कहानी के माध्यम से लेखक हमें सीख देना चाहता है कि सही वक़्त पर सही समझ का उपयोग करना कितना जरुरी है। इस कहानी के मुख्य पात्र हैं – लाला झाऊलाल और उनके मित्र पंड़ित बिलवासी मिश्र जी।
Answered by
0
Explanation:
लाल झाऊलाल ने चुपचाप लोटा ले लिया क्योंकि वे अपनी पत्नी का अदब मानते थे और उस समय वे चिंताग्रस्त भी थे कि अगर मना किया तो इससे भी खराब बर्तन में पानी भोजन मिले।
Similar questions