पिछले लगभग 15 वर्षों से प्रकृति के महत्व के प्रति लोगों में जागरूकता बढ़ी है। हम जिस प्रकार
अपने घर का ध्यान रखते हैं. उसी प्रकार हमें अपनी पृथ्वी का भी ध्यान रखना चाहिए। हम प्रकृति से
बने हैं. हमें इसके विरुद्ध नहीं जाना चाहिए। पर्यावरण के विरुद्ध जाने से प्रकृति का संतुलन बिगड़
जाएगा और मनुष्य को कष्ट उठाने पड़ेंगे। जिस प्रकार हम आज जीवित हैं, भावी पीढ़ियों भी उसी
प्रकार जीवित रहना चाहेगी। स्वच्छ पर्यावरण हमारा अधिकार हो हमारा कर्तव्य है कि हम भावी
पीढ़ियों को स्वस्थ वातावरण देकर जाएँ। धरती के कोने-कोने में रहने वाले मनुष्यों की पर्यावरण के
संबंध में एक जैसी सोच होनी चाहिए। धरती को मनुष्य ने बाँटा है, किंतु उसकी बनाई सीमा रेखाओसे
धरती के टुकड़े-टुकड़े नहीं हो जाते। प्रत्येक देश के नागरिकों को अपने-अपने देश के पर्यावरण की
रक्षा करनी चाहिए। इससे सारी धरती का पर्यावरण सुरक्षित रहेगा। हमारी प्रार्थना होनी चाहिए,
हमारा संदेश होना चाहिए- पर्यावरण की सुरक्षा- प्राणी जगत की सुरक्षा।
क इस गद्यांश के लिए उपयुक्त शीर्षक क्या होगा? .
0 पर्यावरण सुरक्षा
O प्राकृतिक जागरूकता
O स्वच्छ पर्यावरण
स्वच्छ वातावरण
Answers
Answered by
0
Answer:
प्राकृतिक जागरूकता
it is correct title of this passage
Answered by
0
Answer:
all of these
Explanation:
all options are important for our world
Similar questions