पेड की आत्मकथा लिखो हिंदी मे I will mark him as brain list
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मैं एक पेड़ हूँ, मै भगवान द्वारा प्रकृति को दिया गया एक अनमोल उपहार हूँ | सा जगत में घटित होने वाली सभी प्राकृतिक घटनाओं का प्रमुख कारण हूँ | मैं इस दुनियां में रहने वाले सभी जीव-जंतुओं के जीवन का आधार हूँ | इस पृथ्वी पर सबसे पहले मेरा जन्म हुआ था |
अपने जन्म से पहले मैं पृथ्वी के भूगर्भ में एक बीज के रुप में सुप्तावस्था में पड़ा हुआ था | तब मैं पृथ्वी के भूगर्भ में उपस्थित जल एवं खनिज तत्वों से अपना पोषण करके अपना विकास किया | इस पृथ्वी के भूगर्भ से बाहर एक तनें के रुप में आया |
जब मैं छोटा था तब मुझे जानवर परेशान किया करते थे | बड़ी मुश्किल से मैं बच पाया हूँ | मैं अपने आस-पास के बड़े पेड़ों को देखकर यही सोंचता था की मैं कब इनकी तरह बड़ा पेड़ बन पाउँगा |
समय के साथ ही मेरा विकास होता गया और आज मैं बड़ा हो गया हूँ | मेरे शरीर का सभी हिस्सा मानव के लिए बहुत ही लाभदायक है |
मुझे अब किसी भी जानवर क डर नहीं रहता है | बड़ा होने के कारण लोग मेरी टहनियों को नहीं तोड़ पाते हैं | शाखाएं हरी-हरी पत्तियों से ढँक गई हैं | इन पर फल और फूल लग चुके थे | आज मैं बहुत खुश हूँ क्योंकि मैं भी लोगों को लाभ पहुंचाता हूँ |