Hindi, asked by nikiiji334, 6 months ago

पंडित अलोपीदीन न्यायालय में मुकदमा कैसे जीत गए नाम की शक्ति से धन की शक्ति से बल्कि शक्ति से​

Answers

Answered by shishir303
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सही जवाब है...

► धन की शक्ति से

स्पष्टीकरण:

पंडित अलोपदीन अपने इलाके के प्रतिष्ठित जमींदार थे। उनका व्यापार बहुत लंबा चौड़ा था। उनका प्रभाव हर विभाग में था। यहाँ तक कि उस समय के अंग्रेज अफसर तक उनके मित्र होते थे और उनके साथ उठते बैठते थे। इस कारण उनका धन बल का बहुत प्रभाव था। जब अदालत में मुकदमा आया तो पंडित अलोपदीन के जमीदारी के प्रभाव और धन-बल के कारण मजिस्ट्रेट तक उनके प्रभाव में आ गया और उसने उनके पक्ष में फैसला दे दिया। ये पंडित अलोपदीन की धन की शक्ति ही थी कि कोई उनके खिलाफ जाने की हिम्मत नही करता था। वंशीधर दरोगा एक अपवाद था जो अपनी ईमादारी के कारण उनकी धन की शक्ति के प्रभाव में नही आया।

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