पुजारी की भक्ति मुरिमा विकसित होने लगी।
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शासन संधारित मंदिरों तथा उनसे लगी भूमि के भूमि स्वामी जो स्वयं मूर्ति है, में कलेक्टर का नाम प्रबंधक के रूप में दर्ज कराया गया है। ऐसे मंदिरों में कार्यरत पुजारियों तथा मंदिरों की भूमि का विवरण इस प्रकार है :-
मंदिरों की संख्या - 12092
(क) पांच एकड़ तक भूमि वाले मंदिर-4396
(ख) पांच एकड़ से अधिक भूमि वाले मंदिर -2469
राज्य शासन द्वारा शासन संधारित मंदिरों के पुजारियों को दिनांक 1.4.2003 से निम्नलिखित शर्तो के अनुसार मानदेय का भुगतान किया जा रहा है :-
जिनके पास भूमि नहीं है, उन्हें रु. 500- (रूपये पांच सौ) प्रति माह की दर से मानदेय का भुगतान किया जावे।
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