पिंजडा बंद पंछियों के जीवन के संबंध में निबंध लिखे ( पाॅइंटस ) 1. उनको पिंजरे मे पालना कहा तक उचित है । 2. पिंजडे मे बंद करने से कैसै उनकी आजादी हनन होती है ? 3. सवतंत्र जीवन उनहें कितना प्यारा है?
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कई लोगों को पक्षी पालना बेहद ही पसंद होता है। ऐसे लोग अक्सर अपने घर में चिड़ियां, कबूतर या तोते पाल लेते हैं। मगर वास्तुशास्त्र में पक्षियों को घर में पालने से मना किया गया है। वास्तुशास्त्र के मुताबिक, घर में पक्षियों को पिंजरे में कैद नहीं करना चाहिए। इससे आपके परिवार के लोगों के स्वास्थ्य पर बुरा प्रभाव पड़ सकता है, साथ ही घर में नकारात्मक ऊर्जा का प्रवाह हो सकता है। शास्त्रों के अनुसार, संसार के कण-कण पर नवग्रहों का आधिपत्य है। पशु-पक्षियों एवं जीव-जंतुओं पर भी नवग्रहों का प्रभाव होता है। पक्षी हमेशा खुले आकाश से ही प्रेम करते है। यदि उन्हें पिंजरे में बंद कर दिया जाए, तो पिंजरा उनके लिए जेल के समान हो जाता है। हिंदू धर्मशास्त्रों में पक्षियों को दाना खिलाना बहुत ही पुण्य का काम माना गया है। पक्षियों को सुख-समृद्धि और सफलता का सूचक माना जाता है। यदि इन्हें पिंजरे में कैद कर दिया जाए, तो ये घर में स्थिरता और आर्थिक हानि का कारण बन सकते हैं।