पेड़ों का महत्व हिन्दी मे निबन्ध।
प्रस्तावना-> पेड़ों से लाभ-> पेड़ों को काटने से हानि-> पेड़ों को बचाने के तरीके-> उपसंहार->
Answers
Answer:
plaz mark me the brainliest
Answer:
जीवन में पेड़ो का बहुत ही महत्व है। ये जीवन जीने के लिए वातावरण से कार्बन डाई ऑक्साइड को ग्रहण करके हमें ऑक्सीजन प्रदान करते हैं। पेड़ ही हमारे सच्चे साथी है। यदि वातावरण में पेड़ नहीं होते तो पृथ्वी पर कभी जीवन संभव होता ही नहीं।
पेड़ ही हमारे जीवन को खुशहाल और प्रकृति को हराभरा बनाकर रखते हैं। पेड़ हमें सिर्फ ऑक्सीजन ही नहीं देते, साथ ही हमें ये छाया, लकड़ियाँ, फल और सभी पक्षियों को घर भी देते हैं। ये बहुत ही विडम्बना की बात है कि लोग पेड़ का महत्व समझ नहीं रहे और इसे दिनोंदिन कटते ही जा रहे हैं।
पेड़ों के महत्त्व पर निबंध (200 शब्द)
प्रकृति का दिया हुआ उपहार पेड़ हमारे जीवन में बहुत ही महत्व रखता है। पेड़ ही हमारे वातावरण को साफ और प्रदुषणमुक्त रखते हैं। यही पर्यावरण के सच्चे योध्दा है, जो इसे स्वच्छ और सुंदर बनाये रखते है। पेड़ ही हमारे जीवन के सच्चे साथी है और इससे हमें जीवन मिलता है। पेड़ हमें फल-फूल तो देते ही है इसके साथ ही हमें दवाई के रूप में वो औषधियां भी देते है, जो हमें जीने के लिए आवश्यक है।
पेड़ हमारी तरह चल तो नहीं सकते हैं और न ही घूमकर अपनी जगह बदल सकते हैं। लेकिन पेड़ हमारी तरह श्वास लेते हैं ये श्वास के रूप में प्रक्रति में उपस्थित जहरीली गैस कार्बन डाई ऑक्साइड लेते है और हमें इसके बदले में प्राण वायु ऑक्सीजन प्रदान करते हैं।
पेड़ अपने पूरे जीवन काल में हमें अपना सब कुछ देते ही रहते हैं। पेड़ों की वजह से बारिश होती है। बारिश होने से वातावरण में हरियाली, हमारे पीने के लिए पानी, खाने के लिए अनाज, जलाने के लिए इंधन, पशुओं के लिए भोजन, बीमारियाँ दूर करने के लिए जड़ी-बूटी, ठंडी छाया, कागज आदि हमें मिलता है।
जब बारिश होती है तो पेड़ ही भूमि के कटाव को रोकते हैं। पेड़ कई सारे जानवरों, पक्षियों और कीड़ो को रहने के लिए स्थान देते हैं। पेड़ो की पतियों से जमीन भी उपजाऊ होती है, जिससे हमें अच्छा अनाज मिलता है और बहुमूल्य खनिज भी पेड़ों की ही दें है।
Importance of Trees
आज के बढ़ते वायु प्रदुषण का कारण पेड़ों की संख्या में कमी ही है। पेड़ों की कमी के कारण ही प्रकृति का संतुलन बिगड़ रहा है। समय पर बारिश का न होना, तूफान आना, गर्मी ज्यादा पड़ना, ऋतू का समय पर नहीं आना ये सभी पेड़ों की कटाई के ही दुष्प्रभाव ही है। लेकिन जैसे-जैसे शहरीकरण और औद्योगिकीकरण बढ़ रहा है वैसे-वैसे पेड़ों की अंधाधुंध कटाई की जा रही है।
यदि ऐसे ही पेड़ों की कटाई चलती रही तो वो दिन भी दूर नहीं जिस दिन पूरी पृथ्वी नष्ट हो जाएगी। इसके लिए हमें अभी से ही जागरूक होना होगा और पेड़ों को कटने से रोकना होगा। अधिक से अधिक पेड़ों को लगाना होगा। इससे आने वाली पीड़ी का और हमारा भविष्य सुरक्षित और प्रदुषण रहित हो।