प्लीज सही आंसर बता दो सारे
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Explanation:
अंबर – आकाश, कपड़ा
अदृष्ट – जो देखा न जाए, भाग्य, गुप्त, रहस्य।
अक्षर – अविनाशी, वर्ण, ईश्वर, आत्मा, आकाश, धर्म, तप।
अब्धि – सागर, समुद्र।
अज – ब्रह्म, शिव, बकरा, दशरथ के पिता।
अब्ज – चंद्रमा, कमल, शंख, कपूर।
अंतर – हृदय, भेद, फर्क, व्यवधान, अवधि, अवसर।
अंक – नाटक का सर्ग, परिच्छेदन, नंबर, चिह्न, गोद।
अमर – ईश्वर, देवता, शाश्वत, आकाश और धरती के मध्य में।
अधर – होंठ, नीचे, पराजित।
अक्ष – रथ की धुरी, जुआ खेलना, पासा, रेखा, जो दोनों ध्रुवों को मिलाए।
अर्थ – ऐश्वर्य, धन, हेतु, मतलब, प्रयोजन।
अर्क – सूर्य, रस, आका का पौधा।
अनंत – आकाश, जिसका अंत न हो, ईश्वर, शेषनाग।
आली – सखी, पंक्ति।
अलि – सखी, कोयल, भँवरा।
अवधि – समय, सीमा।
आदि – आरंभ, इत्यादि।
उपचार – इलाज, उपाय।
अरूण – हल्का लाल रंग, सूर्य का सारथी, प्रभात का सूर्य।
अवकाश – छुट्टी, बीच के आराम का समय, मौका।
अपवाद – निंदा, किसी नियम का विरोधी।
अभिजात – पूज्य, उच्च कुल का, सुंदर।
उत्तर – उत्तर दिशा, जवाब, पीछे।
आम – (फलों का राजा) फल, साधारण, विख्यात।
और – तथा, दूसरा, अधिक, योजक शब्द।
कनक – धतूरा, सोना, गेहूँ।
कर – हाथ, किरण, हाथी की सूँड़, टैक्स, करना, क्रिया।
कर्ण – कान, पतवार, कुंती पुत्र कर्ण, त्रिभुज के समकोण के सामने की भुजा।
कल – बीता दिन, आने वाला दिन, सुख, मशीन।
काल – अवसर, समय, मृत्यु, यम, शनि, शिव।
काम – कार्य, धंधा, कामदेव, इच्छा, शुक्र।
कुल – वंश, सारा, सभी।
कोश – कोष, खज़ाना, डिक्शनरी, म्यान, फूल का भीतरी भाग।
गुण – विशेषता, रस्सी स्वभाव।
गुरू – शिक्षक, श्रेष्ठ, बड़ा, भारी, दो मात्राएँ (छंद में)।
ग्रहण – लेना, सूर्य ग्रहण, चंद्र ग्रहण, स्वीकार करना।
गिरा – बोलने की शक्ति, जीभ, सरस्वती, वाणी।
गौ – गाय, इंद्रिय, वाणी, पृथ्वी।
घट – घड़ा, हृदय, कम, देह, पिंड।
घन – बादल, घना, भारी।
चक्र – अस्त्र, पहिया, गोल वस्तु, चक्कर, भँवर।
चीर – रेखा, वस्त्र, चीरना, पट्टी।
चपला – स्त्री, बिजली, लक्ष्मी, नटखट, चंचल।
जवान – युवा, सैनिक, योद्धा।
जीवन – जिंदगी, प्राण, जल, वृत्ति।
जड़ – मूल, मूर्ख, सरदी से ठिठुरा, अचेतन।
तीर – बाण, तीर का निशान, तट।
तात – पिता, भाई, पूज्य, मित्र।
तनु – शरीर, पतला, कम, कोमल।
तम – अँधेरा, कालिख, अज्ञान, क्रोध, राहु, पाप।
तप – तपस्या, साधना, अग्नि।
तार – धातु का तार, तारघर से संदेश भेजना, तारना।
तारा – आँख की पुतली, सितारा, महाराजा हरिश्चंद्र की पत्नी।
दल – पत्ता, समूह, सेना, पक्ष।
दक्षिण – दक्षिण दिशा, दाहिना, अनुकूल।
दक्ष – कुशल, अग्नि, नदी, प्रजापति।
द्विज – ब्राह्मण, पक्षी, दाँत, चंद्रमा।
धन – पूँजी, द्रव्य।
धारणा – बुद्धि, विचार, विश्वास।
नाग – सर्प, हाथी, नागकेसर।
नग – नगीना, पर्वत।
नायक – मुख्यपात्र, नेता, मार्गदर्शक।
पट – कपड़ा, दरवाज़ा, तख्ता।
पत्र – पत्ता, चिट्ठी, पृष्ठ, पंख।
पद – पैर, शब्द, छंद, पदवी, अधिकार, स्थान, भाग, गीत।
पय – पानी, दूध।
प्रकृति – स्वभाव, कुदरत, मूलावस्था।
पतंग – सूर्य, कीट, आकाश में उड़ाई जाने वाली पतंग।
पानी – चमक, जल, प्रतिष्ठा, जीवन।
पोत – नाव, लड़का।
पक्ष – पंख, बल, आधार, एक दल के लोग।
प्रसाद – आशीर्वाद, कृपा, हर्ष।
पयोधर – तालाब, नारियल, स्तन, बादल।
पृष्ठ – कापी या पुस्तक का पन्ना, पीठ, पिछला भाग।
पूर्व – पहले, पिछला, पुराना, एक दिशा।
फल – फल, नतीजा, चीकू का फल।
बल – शक्ति, सेना।
भूत – प्रेत, बीता हुआ समय, पंचभूत, प्राणी।
भृति – मज़दूरी, मूल्य, वेतन।
भेद – राज़, प्रकार, फूट।
भोग – भाग्य, खाना, सहना।
मत – नहीं, राय, संप्रदाय।
मधु – शराब, शहद, एक राक्षस, मधु ऋतु (वसंत)।
मूल – जड़, आधार, असल धन।
रस – जड़, निचोड़, खट्टा-मीठा आनंद।
रश्मि – किरण, लगाम की रस्सी।
वर – वरदान, दूल्हा, श्रेष्ठ।
वर्ण – रंग, अक्षर, ब्राह्मण आदि चार वर्ण।
वास – निवास, घर, सुगंध।
वंश – गन्ना, बाँस, खानदान, समूह।
विधि – रीति, ब्रह्मा, भाग्य, ईश्वर।
सूर – सूर्य, सूरदास एक कवि, अंधा व्यक्ति, शूरवीर।
सारंग – मोर, साँप, बादल, हिरण।
निशाचर – राक्षस, उल्लू, चोर।
स्नेह – प्रेम, तेल, चिकनाहट, कोमलता।
श्रुति – वेद, कान।
स्कंध – कंधा, पेड़ का तना, ग्रंथ का भाग।
श्री – शोभा, लक्ष्मी, धनवैभव, संपत्ति।
हरि – सूर्य, विष्णु, इंद्र, सिंह।
हर – शिव, चुरा लेना।
हल – खेत जोतने का यंत्र, समाधान, उत्तर।
हंस – एक पक्षी, अश्व, ब्रह्मा, प्राणवायु, जीवात्मा।
हार – फूलों की माला, हारना।
कला – ढंग, उपाय, गुण, कला (आर्ट) विषय।
कक्ष – कमरा, बगल।
कक्षा – छात्रों की श्रेणी, समूह।
कुंडल – कान की बाली, साँप का कुंडली मारकर बैठना।
कुटिल – दुष्ट, घुंघराला, टेढ़ा।
खग – पक्षी, आकाश।
गण – छंद का अंग, समूह, भूत।
गति – दशा, चाल।
मित्र – साथी, सूर्य।
रंग – प्रेम, दशा, वर्ण