प्लास्टिक की चीज़ो से हो रही हानि के बारे में किसी समाचार-पत्र के संपादक को पत्र लिखकर अपने सुझाव दीजिये
Answers
सेवा में,
संपादक महोदय ,
प्रभात खबर,
कोलकाता
विषय-- प्लास्टिक से हो रही हानियों के विषय में।
महोदय,
हम सब जानते हैं कि हम सब इस पृथ्वी पर अपनी प्रकृति के कारण जीवित है। मगर फिर भी हम अपनी प्रकृति के लिए कुछ नहीं करते। आज प्राकृति पर संकट है तो सिर्फ हमारे वजह से क्योंकि हम मानव ही प्रकृति को क्षति पहुंचा रहे हैं।
प्लास्टिक एक ऐसा हानिकारक वस्तु है जिसका प्रयोग न केवल प्रकृति के लिए बल्कि हर मानव, हर प्राणी और हर जीव के लिए हानिकारक है।
मैं आपके दैनिक समाचार के माध्यम से लोगों का ध्यान आकर्षित करना चाहती हूं कि आप सब प्लास्टिक का प्रयोग अत्याधिक न करें। प्लास्टिक के हर वस्तु चाहे वह पोलिथिन बैग हो, कप हो, ग्लास हो, प्लेट हो, लंच बॉक्स हो या फिर बाटल ही क्यों न हो क्योंकि प्लास्टिक जानलेवा है। इससे हम सबको खतरा है।
बीमारी होती है प्लास्टिक के जलाने से, रोग फैलती है। आप जूट बैग का प्रयोग किजिए या पुराने कपड़ों का थैला बनवाकर सामान ले आइए बाजार से।
इस तरह हम अपनी और अपनी प्रकृति को भूमि प्रदूषण से रक्षा कर पाएंगे।
धन्यवाद।
रोहित।
Answer:
सेवा में
संपादक महोदय
दैनिक जागरण
नई दिल्ली 11 00 1
विषय : – प्लास्टिक की थैलियों से हो रही हानि की ओर आपके माध्यम से लोगों तक अपनी बात पहुंचाने हेतु पत्र।
महोदय
श्रीमान मैं कक्षा 10 का छात्र हूं , मैं घर से विद्यालय आने के लिए निकलता हूं , रास्ते में एक कूड़ा घर मिलता है। जिसमें लोग गली – मोहल्ले और घरों का कूड़ा डाल देते हैं। वहां बहुतायत मात्रा में गाय – भैंस चारे की तलाश में रहती है। वह चारे के साथ साथ प्लास्टिक की थैलियां भी खा जाती है। जिसके कारण वह भयंकर बीमारी से ग्रसित हो जाती है।
साथ ही बहता हुआ एक नाला है , सारी प्लास्टिक की थैलियां उस नाले में तैरती रहती है। जिसके कारण नाला जाम होता है और बरसात के दिनों में पानी आसपास के घरों में घुस जाता है। इस प्लास्टिक की गुणवत्ता की नहीं है , जिसके कारण इसका रीसायकल करना भी मुश्किल है। कभी-कभी कूड़े का निस्तारण करने के लिए लोग कूड़े में आग लगा देते हैं। जिसमें यह प्लास्टिक जलकर विभिन्न प्रकार के जहरीले गैसों का उत्सर्जन करती है , जो वातावरण ही नहीं अपितु मनुष्य के लिए भी खतरनाक और जहरीला है।
अतः मैं आपके पत्र के माध्यम से इस समस्या को जन-जन तक और जनता के प्रतिनिधियों तक पहुंचाना चाहता हूं जो इस समस्या को जानबूझकर ध्यान नहीं दे रहे हैं।
धन्यवाद
प्रार्थी
भीमसेन
बेगमपुर , उत्तर पश्चिमी दिल्ली
Explanation:
hope this helps