प्लासी युद्ध के दौरान मीर जाफर के द्वारा गद्दारी का पता चलने पर मीर जाफर और नवाब ससराजुदौला के
मध्य हुई बातचीत को संवाद रूप में पााँच जोड़ों में लखिए .
Answers
मीर जाफर और नवाब सिराजुद्दौला के बीच संवाद...
सिराजुद्दौला : मीर जाफर तुमसे ये गद्दारी कीउम्मीद तो मुझे बिल्कुल नही थी।
मीर जाफर : आपने मेरे साथ नाइंसाफी की थी, मैने तो सिर्फ उसका बदला लिया है।
सिराजुद्दौला : मैंने कोई नाइंसाफी नही की। गद्दी के लालच ने तुम्हे अंधा कर दिया अब तुम बहाना बना रहे।
मीर जाफर : बंगाल की इस गद्दी पर मेरा हक पहले था, तुम्हे तो यूँ ही मिल गयी।
सिराजुद्दौला : तुम्हारी ये गद्दारी तुम्हे बहुत भारी पड़ेगी। जिन अंग्रेजो के दम पर तुम फूल रहे, वो तुम्हे भी नही छोडेंगे।
मीर जाफर : ऐसा कुछ नही होगा, हम लोगों में समझौता हुआ है।
सिराजुद्दौला : इतिहास तुम्हारे नाम पर थूकेगा कि कैसे तुमने स्वार्थ के लिये अपने देश को अंग्रेजों के हाथ सौंप दिया।
मीर जाफर : पहले आप अपनी चिंता करो। अब ये बंगाल की गद्दी मेरी है, सिर्फ मेरी।
सिराजुद्दौला : गद्दार, तेरी गद्दारी का फल ऊपरवाला एक जरूर देगा।
मीर जाफर : हा हा हा, अब कुछ नही हो सकता।
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