प्लेटफार्म पर उसके बहुत से दोस्त, भाई रिश्तेदार थे, हसरत भरी नजरों, बहते हुए
आँसुओं, ठंडी साँसों और भिचे हुए होठों को बीच में से काटती हुई रेलसरहद की तरफ बढ़ी। अटारी में पाकिस्तानी पुलिस उतरी, हिंदुस्तानी पुलिस सवार हुई। कुछ समझ में नहीं आता था कि कहाँ से लाहौर खत्म हुआ और किस जगह से अमृतसर शुरु हो गया। एक जमीन थी, एक जबान थी, एक-सी सूरतें और लिबास, एक-सा लबोलहजा और अंदाज़ थे, गालियाँ भी एक-सी थीं। जिनसे दोनों बड़े प्यार से एक-दूसरे को नवाज़ रहे थे। बस मुश्कित सिर्फ इतनी थी कि भरी हुई बंदूकें दोनों के हाथों में थीं। (1. पाठ और लेखक का नाम लिखिए।
(2. सरहद की तरफ बढ़ते हुए प्लेटफार्म पर कैसा दृश्य उपस्थित था ? (3. लाहौर और पाकिस्तान में अंतर क्यों नहीं प्रतीत हुआ ?
(4. अटारी क्या है? वहाँ पुलिस में बदलाव क्यों हुआ?
Answers
Answered by
0
Answer:
Mark me as brainleast and give me thanks.
Similar questions